ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट है। बुधवार की रात पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों पर हमले की कोशिश की, इसमें पंजाब में भी कई शहर शामिल थे। भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अब गुरुवार की रात अहम मानी जा रही है। इस बीच, पंजाब में प्रशासन और सेना के जवान अलर्ट हैं। सीमा पर भारत का S-400 एक्टिव है। पंजाब के स्कूलों में छुट्टियों का एलान कर दिया गया है। उधर, पुलिस की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है। पाकिस्तान सीमा से सटे सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। 

 

पाकिस्तान से पंजाब की 532 किमी लंबी सीमा लगती है। पंजाब डीजीपी कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रशासनिक कारणों के मद्देनजर पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां 7 मई से रद्द कर दी गई हैं। सिर्फ विशेष परिस्थितियों में ही सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी से छुट्टी मिलेगी।

 

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इन जिलों में स्कूल रहेंगे बंद

पंजाब सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर पाकिस्तान सीमा से सटे छह जिलों के स्कूलों में छुट्टी का एलान कर दिया है। सरकार के अगले आदेश तक पठानकोट, अमृतसर, फिरोजपुर, तरनतारन, गुरदासपुर और फाजिल्का में सभी स्कूल बंद रहेंगे। पंजाब के शिक्षा मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा है कि सरकार के सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया गया है।

 

गुरदासपुर में कंप्लीट ब्लैकआउट

उधर, गुरदासपुर जिले में प्रशासन ने ब्लैकआउट का एलान किया है। जिले के डिप्टी कमिश्नर ने रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक अगले आदेश तक पूरी तरह से ब्लैकआउट का आदेश दिया है। हालांकि, केंद्रीय जेल और अस्पतालों को आदेश से बाहर रखा गया है। मगर उन्हें खिड़कियां और दरवाजों को बंद रखना होगा।

 

उधर, पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में मॉक ड्रिल की गई। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सेक्टर 17 में मॉक ड्रिल आयोजित की गई है। अप्रिय घटनाएं कभी भी, कहीं भी हो सकती हैं। हमारी टीमें इसके लिए तैयार हैं। एनडीआरएफ की टीमें हमारे लोगों को बचाने में कुशल हैं। 

 

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क्यों अहम है पंजाब? 

पंजाब रणनीतिक रूप से बेहद अहम है। पिछले युद्ध में भी पाकिस्तान की सेना ने पंजाब को निशाना बनाने की कोशिश की थी। मौजूदा तनाव में भी पाकिस्तान ने बुधवार की रात भारत के 15 स्थानों पर हमले का प्रयास किया। इनमें से आठ स्थान पंजाब के थे। 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा और चंडीगढ़ पर मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की लेकिन भारत ने पाकिस्तानी हमलों को तबाह कर दिया।

 

अमृतसर: पाकिस्तान सीमा से सटा है। यहीं पर ही अटारी बॉर्डर स्थित है। अमृतसर के खेमकरण सेक्टर में ही 1995 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे भीषण टैंक लड़ाई लड़ी गई थी। भारत ने पाकिस्तान के 99 पैटन टैंकों को तबाह कर दिया था। खेमकरण को पैटन टैंकों का कब्रिस्तान कहा जाता है। पाकिस्तान ने लाहौर के आसपास टैंक मूवमेंट तेज कर दिए हैं। इसके अलावा अमृतसर में सेना की छावनी और एयरबेस भी हैं। पंजाब का तरनतारन जिला अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा है। 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भी यहां अलर्ट जारी किया गया था। 

 

फिरोजपुर: पाकिस्तान सीमा से सटा है। सतलुज नदी इसी जिले से ही पाकिस्तान में प्रवेश करती है। नदी के रास्ते घुसपैठिये भारत में दाखिल होने की कोशिश करते हैं। लाहौर में मशहूर फिरोजपुर रोड है। यह रोड भारत के फिरोजपुर से ही जुड़ी है। फिरोजपुर में सेना की बड़ी छावनी है। सीमा से सटे इस शहर का खास सामरिक महत्व है। 
  
आदमपुर: जालंधर के आदमपुर में वायुसेना का एयरबेस है। इस वजह से पाकिस्तान की निगाह इस कस्बे पर हमेशा रहती है।  6 सितंबर 1965 को पाकिस्तान की वायुसेना ने आदमपुर एयरबेस पर हमला किया था। हालांकि कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाया था। लुधियाना के हलवारा में स्थित एयरबेस पर भी हमला किया गया था। भारत ने पाकिस्तानी जहाज को गिरा दिया था।

 

पठानकोट: पंजाब के पठानकोट की सीमा पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर से लगती है। यहां सेना की छावनी के अलावा वायुसेना का एयरबेस है। सियालकोट से नजदीक होने कारण पाकिस्तान की  नजर यहां टिकी होती है। 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला भी हो चुका है। गुरदासपुर जिले में भी सेना की छावनी है। बुधवार की रात छावनी से कुछ किमी दूर एक धमाका भी सुना गया। ये दोनों जिले हिंदू बहुल भी हैं। ऐसे में पाकिस्तान कायराना हरकत कर सकता है। 1965 युद्ध में भी पठानकोट पर पाकिस्तान ने हमला किया था।