देश के सबसे सुनियोजित शहरों में से एक चंडीगढ़ जाम की समस्या से जूझ रहा है। ट्रिब्यून और हल्लोमाजरा चौक पर लगने वाला जाम सबसे आम है। चंडीगढ़ से जीरकपुर का सफर करने से पहले लोगों को सोचना पड़ता है। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को चंडीगढ़ के कई चौक-चौराहों और सेक्टरों में जाम की स्थिति देखने को मिली। सड़क पर गाड़ियां रेंग रही हैं और पुलिसकर्मी नदारद हैं। चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस खुद भी अपने एक्स अकाउंट पर दिनभर ट्रैफिक से जुड़ा अपडेट देती रही। गूगल मैप के डेटा के मुताबिक मटका चौक, सेक्टर 26 मार्केट, इंडस्ट्रियल एरिय फेज-1, मध्य मार्ग, चंडी पथ, सेक्टर 32 मार्केट, सेक्टर 15, सरोवर पथ और सुखना पथ में जाम जैसी स्थिति रही।
सोमवार को चंडीगढ़ के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा ने सेक्टर-9 स्थित पुलिस मुख्यालय में आईपीएस अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें उन्होंने पुलिसकर्मियों को सिर्फ ट्रैफिक मैनेज करने और चालान नहीं काटने का आदेश दिया था। इसके बाद से ही चंडीगढ़ के चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी या तो दिख नहीं रहे हैं या फिर वह सिर्फ ट्रैफिक कंट्रोल में जुटे हैं। गुरुवार को शहर में कई जगहों पर लोग जाम से जूझते दिखे, लेकिन वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। बारिश के बाद सड़कों पर वाहन रेंगते दिखे।
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क्या खराब सड़कों से लग रहा जाम?
चंडीगढ़ की कई सड़कें खस्ताहाल हैं। गड्ढों में तब्दील इन सड़कों पर चलना बेहद मुश्किल है। खराब सड़कों की वजह से भी शहर में कई जगह जाम जैसी स्थिति पैदा होती है। चंडीगढ़ में इंडस्ट्रियल एरिया फेज 1 और 2, सेक्टर 10, 11, 15, 19, 20, 24, 34, 35, 38, 42, 45, 48, 49 और 56 में सड़कों की हालत ठीक नहीं है। इसके अलावा धनास, मौली जागरां, हल्लोमाजरा, बुड़ैल, बापूधाम, पलसौरा, रामदरबार, इंदिरा कॉलोनी, मलोया और मनीमाजरा समेत कॉलोनियों की सड़कें अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं। नगर निगम के पास पर्याप्त फंड न होने के कारण सड़कों की मरम्मत नहीं हो पा रही है।
इन रूटों पर यातायात प्रतिबंधित
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी के मद्देनजर ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है। चंडीगढ़ में जन्माष्टमी की वजह से 16 अगस्त सुबह 10 बजे से 17 अगस्त को रात दो बजे तक कई सड़कों पर यातायात प्रतिबंधित रहेगा। एडवाइजरी के मुताबिक दक्षिण मार्ग पर सेक्टर 22/23-35/36 चौक (किसान भवन चौक) से सेक्टर 23/24-36/37 चौक (बत्रा चौक) तक और सेक्टर 20/21 लाइट पॉइंट से सेक्टर 20/30 लाइट पॉइंट तक यातायात नियंत्रित रहेगा।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पंजाब राजभवन और हरियाणा राजभवन में एट होम फंक्शन का आयोजित किया जाता है। इस वजह से 15 अगस्त को दोपहर 2 बजे से कार्यक्रम के खत्म होने तक किशनगढ़ मोड़, सेक्टर 7/26 लाइट पॉइंट, केबी डीएवी लाइट पॉइंट-सेक्टर 7 और सेक्टर 4/5 टी-पॉइंट उत्तर मार्ग और कैमबाला मोड़ से पंजाब राजभवन और हरियाणा राजभवन की ओर किसी भी वाहन और पैदल यात्री के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
ट्रैफिक पुलिस ने क्या कहा?
14 अगस्त को चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने एक्स पर लिखा, 'आम जनता को सूचित किया जा रहा है कि सेक्टर 26 सब्जी मंडी के पीछे पुलिस कॉलोनी रोड धीमी गति से चलने वाले यातायात के लिए खुला है, लेकिन सड़क पर पैच वर्क अभी तक नहीं किया गया है।' एक अन्य एडवाइजरी में ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि यात्री सेंट कबीर पब्लिक स्कूल सेक्टर 26 से सटे गोल्फ कोर्स मोड़ की ओर एक तरफ की सड़क को पार करते समय धीरे और सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं, क्योंकि सड़क पर पैचवर्क अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
लीडार गन से लैस चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने लीडार गन मंगवाई है। यह गन अंधेरे में भी चल रही गाड़ी की रफ्तार को पकड़ लेती है। अब इसे शहर के अलग-अलग स्थानों पर लगाकर लोगों का चालान काटा जा रहा है। अभी चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस के पास कुल 6 लीडार गन हैं।
चंडीगढ़ में एक साल में कितने चालन
चंडीगढ़ में एक साल में कुल नौ लाख 95 हजार और 797 चालान काटे गए। हर साल चालान की संख्या बढ़ती जा रही है। शहर के चौक-चौराहों पर उन्नत किस्म के सीसीटीवी कैमरों को स्थापित किया गया। इनकी मदद से ट्रैफिक पुलिस ऑनलाइन चालान काटती है। पिछले 5 वर्षों में चंडीगढ़ ने चालान से 221.36 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया। इसमें से 119.5 करोड़ रुपये की वसूली कर ली गई है।
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कितने कैमरे से चंडीगढ़ में हो रही निगरानी?
चंडीगढ़ शहर के 40 जंक्शनों पर कुल 159 रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन (RLVD) कैमरे लगे हैं। ये कैमरे रेड लाइट का उल्लंघन और जेब्रा क्रॉसिंग को पार करने वाले वाहनों का ऑटोमेटिक चालान काटते हैं। चंडीगढ़ में 1015 ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरे लगे हैं। अब तैयारी 65 नए जंक्शनों पर एआई कैमरे लगाने की है। प्रशासन का दावा है कि इन कैमरों को लगाने के बाद शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आएगा। बता दें कि चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसके तहत अभी पूरे शहर में कुल 2130 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।