उन्नाव में रविवार के दिन अचानक दो समुदाय टकरा गए, जिसके बाद से ही पूरे जिले में तनावपूर्ण हालात हैं। मनोहर नगर में एक समुदाय के कुछ युवाओं ने बिना पुलिस और प्रशासन की इजाजत के जुलूस निकाल लिया। जुलूस के दौरान भीड़ ने खूब नारेबाजी की, जिसकी वजह से कुछ जगहों पर स्थितियां तनावपूर्ण हो गईं। प्रदर्शन में मौजूद युवाओं के चेहरे पर गुस्सा था, पुलिस और प्रशासन से उनकी नारजगी भी नजर आ रही थी।
प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां थीं, पोस्टर थे, जिनमें 'आई लव मोहम्मद' लिखा था। जुलूस के दौरान युवा नारे लगा रहे थे। यह प्रदर्शन पहले कानपुर में शुरू हुआ, जिसका असर उन्नाव में भी देखने को मिला। अब कुछ सांप्रदायिक ताकतों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है।
रविवार को शुक्लागंज इलाके में बड़ी संख्या में युवाओं ने नारेबाजी की, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। स्थानीय लोगों ने विरोध किया और आनन-फानन में पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों से घर लौटने की अपील की, जिसे प्रदर्शनकारियों ने नहीं सुना। कुछ लोगों ने पुलिस के साथ बदसलूकी भी की।
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अखिलेश सिंह, ASP, उन्नाव:-
जिले में धारा 144 लागू है। गंगा घाट पर कुछ लोग इकट्ठा हुए थे और कानून का उल्लंघन किया था। सूचना मिलने के बाद हम वहां पहुंचे। पुलिस ने पड़ताल की। जब पुलिस वहां कई तो कुछ पुरुषों और महिलाओं ने पुलिस को वहां जाने से रोका। हमने बल प्रयोग से उन्हें वहां से हटा दिया। 6 लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया है। केस दर्ज कर लिया गया है। जरूरी एक्शन लिया जाएगा।
भीड़ ने 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाए
अचानक जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ ने 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाए। पुलिस के कुछ जवानों को गंभीर चोटें भी आईं। पुलिस ने हालात बिगड़ते देखकर लाठीचार्ज कर दिया। तनाव की वजह से इलाके में दुकानें जल्दी बंद हो गईं। लोगों में डर का माहौल है। स्थानीय लोग अपने घरों में दुबक गए। बच्चे, बूढ़े और बुजुर्ग घरों से पुलिस-प्रशासन को झांकते नजर आए।
उन्नाव में तनाव बढ़ने के बाद प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की। कई थानों की फोर्स उन्नाव में आ गई। प्रशासन ने ऐसी किसी भी स्थिति से सख्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। लोगों से शांति बरतने की अपील पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं।
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असदुद्दीन ओवैसी, AIMIM चीफ:-
आई लव मोहम्मद लिखना जुर्म नहीं है। अगर है, तो इसकी हर सजा मंजूर है।
पुलिस ने क्या किया है?
उन्नाव पुलिस सख्ती बरत रही है। जिले में धारा 144 लागू है। 4 से ज्यादा लोगों के साथ एक बाहर निकलने पर पाबंदी है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर रख रही है। अभी तक स्थिति शांतिपूर्ण है। 8 से ज्यादा लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। 25 से 30 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है।
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कानपुर से क्या कनेक्शन है?
कानपुर के सैय्यदनगर में 4 सितंबर को बारावफात एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में 'आई लव मोहम्मद' का साइन बोर्ड लगाया गया था। 5 सितंबर को इस पोस्ट पर हंगामा होना शुरू हुआ। कुछ हिंदू संगठनों ने इस पोस्टर का विरोध किया। उनका कहना था कि 'आई लव मोहम्मद' का साइन बोर्ड पहले तो कभी नहीं लगाया गया। यह नहीं होना चाहिए।
विरोध बढ़ने पर दोनों समुदाय के सैकड़ों लोग उलझ पड़े। पोस्टर फाड़ दिए गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर नारेबाजी हुई। पुलिस ने टकराव को जैसे-तैसे रोक दिया। 10 सितंबर को रावतपुर के पुलिस अधिकारी पंकज शर्मा ने तहरीर दी, 12 नामजद और 25 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
FIR होने के बाद हंगामा बरप गया। एक वर्ग का कहना है कि क्या अपने पैगंबर के प्रति श्रद्धा दिखाना या प्रेम जाहिर करना भी अपराध है। कई जगहों पर लोग इससे बेहद नाराज हैं। पुलिस पर केस वापस लेने का दबाव बढ़ रहा है। विपक्ष ने भी इस FIR को लेकर आक्रोश जाहिर किया है।


