पूरे देश में बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी से लेकर बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान तक में बाढ़ और बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोमवार को मुंबई में हुई भारी बारिश ने सड़क यातायात और एयर ट्रैफिक को प्रभावित किया, जिसकी वजह से 9 फ्लाइट्स की लैंडिंग में दिक्कत आई और उन्हें लैंडिंग के लिए दोबारा कोशिश करने के लिए आसमान में चक्कर काटना पड़ा। वहीं, खराब दृश्यता मौसम की खराब स्थितियों के कारण एक फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा और कुछ ट्रेनें भी रद्द हो गईं। एयरलाइन्स ने इसको लेकर ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और एयरपोर्ट पहुंचने के लिए कुछ अतिरिक्त लेकर घर से निकलने को कहा है।

 

'X' पर एक पोस्ट में, इंडिगो ने कहा, ‘मुंबई में बारिश जारी है और कुछ हिस्सों में सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। लगातार बारिश और जमा हुए पानी के कारण हवाई अड्डे की ओर जाने वाले कुछ मार्गों पर यातायात धीमी गति से चल रहा है। अगर आप आज उड़ान भरने वाले हैं, तो हम आपको सलाह देते हैं कि आप जल्दी निकलें और हमारे ऐप और वेबसाइट के माध्यम से अपनी उड़ान के अपडेट पर नज़र रखें। हमारी हवाई अड्डा टीमें रास्ते में आपकी मदद के लिए तैयार हैं।’

 

यह भी पढ़ेंः कहीं फटे बादल, कहीं तबाही, कैसा रहेगा देश में मौसम?

आकासा एयर की एडवाइजरी

‘मुंबई, बेंगलुरु, गोवा और पुणे के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण, हमें हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़कों पर धीमी गति से यातायात और भीड़भाड़ की आशंका है। एक आसान यात्रा सुनिश्चित करने के लिए, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि अपनी उड़ान के लिए समय पर हवाई अड्डा पहुंचने के लिए अतिरिक्त समय लेकर घर से निकलें।’

 


मुंबई में मूसलाधार बारिश के कारण कई सड़कें जलमग्न हो गईं। विले पार्ले के पास वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर यातायात बेहद धीमा रहा, जबकि अंधेरी सबवे और लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स जैसे इलाकों में भारी बाढ़ देखी गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 19 अगस्त तक मुंबई और ठाणे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें कुछ जगहों पर ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ की चेतावनी दी गई है।


सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों में, सांताक्रूज़ में 85 मिमी और कोलाबा में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई। उपनगरीय इलाकों में ज़्यादा बारिश हुई: दहिसर में 188 मिमी, कांदिवली में 150 मिमी और कॉटन ग्रीन में 145 मिमी बारिश दर्ज की गई।

 


सार्वजनिक परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुईं। हार्बर लाइन की ट्रेनें 15-20 मिनट देरी से चलीं, जबकि बेस्ट की बसें ज़्यादातर अपने निर्धारित समय पर चलती रहीं।

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एहतियात के तौर पर दोपहर 12 बजे से स्कूलों और कॉलेजों में आधे दिन की छुट्टी घोषित कर दी।

हिमाचल में भी तबाही

रविवार को हिमाचल में भी भारी बारिश की वजह से काफी तबाही देखने को मिली। 355 सड़कों को बंद करना पड़ा और करीब 1000 ट्रांसफार्मर ठप हो गए जिसकी वजह से कई इलाकों में अंधेरा छा गया। पिछले हफ्ते ही जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने की वजह से भी करीब 46 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। यह सारे लोग मचैल माता मंदिर जाने के लिए चशोती में इकट्ठा हुए थे, तभी बादल फटने की वजह से अचानक से बाढ़ आ गई थी।

 

यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान में बाढ़ से सैकड़ों मौतें, कई गांव बहे, अब कैसे हालात हैं?

उत्तराखंड-यूपी में भी हालात खराब

उत्तराखंड और यूपी में भी हालात काफी खराब हैं। बनारस और प्रयागराज में गंगा नदी उफान पर है जिसकी वजह से कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति है जिसकी वजह से करीब 10 हजार परिवार प्रभावित हुए हैं।

 

उत्तराखंड में भी भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड और बादल फटने की घटनाएं देखने को मिलीं। उत्तरकाशी के धराली में अचानक बादल फटने की वजह से पूरा का पूरा गांव बह गया और कई लोगों की मौत हो गई।