प्रवर्तन निदेशालय ने रविवार को सांसद का चुनाव लड़ चुके मेसर्स डेबॉक इंडस्ट्रीज लिमिटेड (NSE लिस्टेड कंपनी) के चेयरमैन मुकेश महावर उर्फ मुकेश मनवीर सिंह और उनके सहयोगियों के घर और कार्यालय परिसर में छापेमारी की। यह कार्रवाई ईडी के जयपुर जोनल कार्यालय ने की है। केंद्रीय एजेंसी ने मुकेश महावर के ऊपर कार्रवाई जयपुर और कोटा में की है, जिसमें करोड़ों की लग्जरी कारें और 78 लाख रुपये नकदी जब्त की गई है।
ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि मुकेश महावर और उसकी कंपनियां डिबॉक इंडस्ट्री व नेचुरो इंडिया बुल फर्जीवाड़े के जरिए शेयर बाजार में घोटाले कर रही थीं। आरोप है कि मुकेश ने फर्जी निदेशक और शेल कंपनियों के जरिए अपने शेयरों के दाम कुछ महीनों में 8 रुपये से 153 रुपये तक पहुंचा दिए। इस बढ़े हुए दाम पर आम लोगो और निवेशकों को चूना लगाकर करोड़ों की अवैध कमाई की गई।
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छापेमारी में मिलीं लग्जरी कारें
ईडी ने तलाशी के दौरान, महावर के ठिकानों से कई प्रॉपर्टी में निवेश से संबंधित दस्तावेज, बैंकिंग रिकॉर्ड, डिजिटल डिवाइस, 78 लाख रुपये की नकदी के साथ-साथ चार हाई एंड लग्जरी कारें जिनमें एक रोल्स रॉयस फैंटम, बेंटले मल्सैन, मर्सिडीज बेंज जी-वैगन (ब्रेबस) और टोयोटा लैंड क्रूजर कार जब्त की है। मुकेश और उसकी कंपनियों डिबॉक इंडस्ट्री और नेचुरो इंडिया बुल के प्रमोटर्स गौरव जैन, ज्योति समेत कई अन्य पर भी ईडी कार्रवाई कर रही है।
ईडी ने 100 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज की
ईडी ने बताया है कि मुकेश महावर पर 100 करोड़ रुपये के गबन करने का आरोप है। मुकेश ने अपने पैसों को रियल एस्टेट, रिसॉर्ट, होटल, वेडिंग हॉल और हाउसिंग स्कीम्स में निवेश किया है। उसने जयपुर के पास टोंक रोड और चाकसू में बहुमंजिला आवासीय योजना की भी योजना बनाई गई थी। अब तक की जांच में करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्तियां सीज की जा चुकी हैं। मुकेश के ऑफिस के बाहर एक पोस्टर लगा था, जिसमें वह खुद को केंद्र सरकार की टेलीफोन एडवाइजरी कमेटी का सदस्य बताता है।
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लोकसभा चुनाव भी लड़ चुका है मुकेश
बता दें कि आरोपी मुकेश महावर 2019 में टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से शिवसेना के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुका है। उसके चुनाव प्रचार के लिए अभिनेत्री राखी सावंत भी पहुंची थीं लेकिन मुकेश को सिर्फ 4,900 वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। फिलहाल ईडी की टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही है।