NASA का महत्वाकांक्षी ‘आर्टेमिस मिशन’ चंद्रमा पर इंसानों की बस्ती बसाने की योजना के साथ शुरू किया गया था। हालांकि, अब यह मिशन मुश्किलों में घिरता नजर आ रहा है। हाल ही में NASA के वरिष्ठ वैज्ञानिक जिम फ्री का अचानक जाना और बोइंग कंपनी में कर्मचारियों की छंटनी के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या अमेरिका अब चंद्रमा से अपना ध्यान हटाकर सीधे मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी कर रहा है?
अचानक क्यों बदला NASA का रुख?
NASA ने अपने वरिष्ठ वैज्ञानिक जिम फ्री की सेवानिवृत्ति की घोषणा कर दी। 20 फरवरी को NASA में उनका आखिरी दिन था लेकिन उनकी अचानक हुई विदाई ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जिम फ्री आर्टेमिस मिशन के बड़े समर्थक माने जाते थे। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि NASA अब इस मिशन से पीछे हट सकता है।
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इस बीच, बोइंग कंपनी ने घोषणा की है कि वह ‘आर्टेमिस मिशन’ से जुड़े 400 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमेरिकी सरकार इस मिशन पर खर्च होने वाली राशि में कटौती कर सकती है।
ट्रंप प्रशासन और एलन मस्क का प्रभाव
आर्टेमिस मिशन की शुरुआत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में हुई थी लेकिन अब ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन इस मिशन को बढ़ावा नहीं देना चाहता। इसके बजाय, वह मंगल ग्रह पर इंसान भेजने की योजना बना रहा है।
ट्रंप के इस फैसले के पीछे एलन मस्क की कंपनी ‘SpaceX’ का प्रभाव भी एक बड़ी वजह मानी जा रही है। एलन मस्क लंबे समय से मंगल ग्रह पर इंसानों को बसाने की योजना बना रहे हैं और उनका स्टारशिप रॉकेट इस दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। ट्रंप ने हाल ही में जेरेड इसाकमैन को NASA प्रमुख चुना है, जो एलन मस्क के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में यह संभावना और मजबूत हो जाती है कि NASA अब चंद्रमा के बजाय मंगल मिशन को बढ़ावा देगा।
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क्या पूरी तरह बंद हो जाएगा आर्टेमिस मिशन?
फिलहाल, NASA ने आधिकारिक रूप से आर्टेमिस मिशन को बंद करने की कोई घोषणा नहीं की है। हालांकि, मिशन पर काम करने की गति धीमी पड़ती जा रही है। NASA इस मिशन के तहत चंद्रमा पर 3डी प्रिंटेड घर बनाने और वहां पानी के स्रोत की खोज करने की योजना बना रहा था। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में ये मिशन जारी रहेगा या नहीं।