रूस और यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए 1000 दिन से अधिक हो गए हैं। बता दें कि रूस ने आज यानी 21 नवंबर, गुरुवार के दिन यूक्रेन पर एक इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल दागी है। यूक्रेन ने यह दावा किया है कि रूस की तरफ से यह पहला अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल ICBM हमला था। बता दें कि दुनिया के सभी बड़े और ताकतवर देश अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए लंबी दूरी की मिसाइल सैन्य बेड़े में शामिल करते हैं। इन्हें इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) कहा जाता है।

इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) क्या है?

आईसीबीएम यानी इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल की स्पीड और मारक क्षमता बहुत अधिक होती है। साथ ही इस तकनीक को दुश्मन से बचने के लिए या परमाणु हथियार को ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि ICBM मिसाइल 5,500 किलोमीटर या उससे अधिक की दूरी पर बैठे अपने दुश्मन को मार गिराने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ICBM की गति आवाज की गति से 20 गुना अधिक हो सकती है।

 

जिस तरह से सैन्य क्षेत्र में तकनीक की वृद्धि हो रही है। उसी कड़ी में आधुनिक अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल ICBM में MIRV तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे एक ही मिसाइल से कई लक्ष्य को टारगेट किया जा सकता है। ICBM की खासियत यह है कि यह उड़ान के दौरान अपना ज्यादातर समय पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर अंतरिक्ष में बिताता है और टारगेट के नजदीक आने पर फिर वायुमंडल में प्रवेश करता है।

 

ICBM की लंबाई 15 से 25 मीटर तक हो सकती है और इसका वजन 30 टन से 120 तक हो सकता है। इसके साथ ICBM 500 से 2500 किलोग्राम तक वजनी परमाणु वारहेड ले जाने की क्षमता रखता है। MIRV तक से अब एक ही मिसाइल 6-10 या उससे भी अधिक वारहेड ले जा सकती है।

क्या भारत के पास है इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM)?

ICBM मिसाइल अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन, उत्तर कोरिया, फ्रांस के साथ-साथ भारत के पास भी है। भारत के पास अग्नि-5 ICBM है, जिसमें 5 से 8 हजार किलोमीटर दूरी लक्ष्य भेदने की क्षमता है। 17 मीटर से अधिक लंबाई वाले अग्नि-5 ICBM का वजन करीब 56,000 किलोग्राम है, जो 1500 किलोग्राम वारहेड ले जा सकती है। यह मिसाइल एशिया, यूरोप और अफ्रीका के अधिकांश हिस्सों को कवर कर सकती है। साथ ही इसमें MIRV तकनीक है, जो एक साथ कई लक्ष्यों को भेद सकती है। अग्नि-5 तीन-चरणीय, ठोस ईंधन आधारित प्रणाली है, जो अत्यधिक सटीक नेविगेशन प्रणाली से लैस है। इसके साथ इसे मोबाइल लॉन्च प्लेटफॉर्म यानी इस मिसाइल को लॉन्च करने के लिए बने खास ट्रक से कहीं से भी लॉन्च किया जा सकता है।