आज के समय में सोशल मीडिया हर कोई इस्तेमाल करता है और इसमें टीनएजर्स भी पीछे नहीं हैं। बड़ी संख्या में टीनएजर्स यानी किशोर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने लगे हैं। टीनएजर्स को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं करना चाहिए इस पर अक्सर बहस होती रहती है। इस बहस के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टीनएजर्स के लिए नियम बना रहे हैं, जिससे टीनएजर्स सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी कर सकें और उन पर कोई गलत असर भी ना हो। इंस्टाग्राम ने पहले टीन अकाउंट फीचर लॉन्च किया था और अब टीनएजर्स के लिए कंटेट की खास कैटेगरी पेरेंटल गाइडेंस (PG)-13 कंटेंट को लागू किया है।
अब टीनएजर्स सिर्फ PG-13 रेटिंग कैटेगरी का कंटेट ही इंस्टाग्राम पर देख पाएंगे। इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी, मेटा ने इस नए नियम की घोषणा की है और इस साल के अंत तक यह नियम दुनियाभर में लागू कर दिया जाएगा। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 13 से 18 साल के बच्चों के लिए उपलब्ध कंटेट अमेरिका की PG-13 रेटिंग के बराबर होगा। कंपनी का मानना है कि इस फैसले से टीनएजर्स के सोशल मीडिया अकाउंट में ऐसे फोटो और वीडियोज नहीं दिखेंगे जिनमें अश्लील शब्दों, खतरनाक स्टंट या गलत व्यवहार को बढ़ावा देने वाला कंटेंट दिखाया गया हो। इसमें ऐसे पोस्ट भी शामिल हैं, जिनमें नशे से जुड़ी चीजें दिखाई गई हों।
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क्या है PG-13 कंटेट?
PG-13 यानी पेरेंटल गाइडेंस, मोशन पिक्चर एसोसिएशन (MPA) की एक फिल्म रेटिंग है जो अमेरिका में लागू है। इस रेटिंग के जरिए माता-पिता को कम उम्र के बच्चों के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। यह साल 1984 में शुरू हुई थी ताकि पेरेंटल गाइडेंस और प्रतिबंधिंत कंटेट के बीच अंतर किया जा सके। सोशल मीडिया के प्रचलन से यह रेटिंग चर्चा में आ गई और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के लिए इस रेटिंग सिस्टम के हिसाब से पाबंदियां लगाने की मांग की जा रही थी। PG-13 सिस्टम में टीनएजर्स वही कंटेट देख पाएंगे जो उनकी उम्र के हिसाब से उपयुक्त होगा। इंस्टाग्राम पर टीनएजर्स अब ऐसे अकाउंट्स को नहीं देख पाएंगे जो PG-13 नियमों के हिसाब से उनके लिए उपयुक्त नहीं है।
पेरेंट्स को मिलेगा कंट्रोल
इंस्टाग्राम का यह नया फीचर टीनएजर्स के अकाउंट्स में डिफॉल्ट सेटिंग ही होगा और वे इसे बदल नहीं पाएंगे। टीनएजर्स के एक्सपीरियंस पर पेरेंट्स को और ज्यादा कंट्रोल देने के लिए इंस्टाग्राम एक नया और सख्त पैरेंटल सेटिंग भी पेश कर रहा है। ये फीचर दुनिया भर के हजारों पेरेंट्स से मिले फीडबैक के आधार पर तैयार किया गया है। वहीं इस फीचर में पेरेंट्स के पास भी कंट्रोल होगा। पेरेंट्स बच्चों के एक्सपीरियंस और कंटेट को कंट्रोल कर पाएंगे और यह भी देख पाएंगे कि बच्चों के अकाउंट में किस तरह का कंटेट दिखाई दे रहा है।
इंस्टाग्राम ने क्या कहा?
इस फैसले की जानकारी इंस्टाग्राम ने अपने अकाउंट पर पोस्ट कर दी। सोशल मीडिया पोस्ट में इंस्टाग्राम ने लिखा, 'हमें उम्मीद है कि ये अपडेट पेरेंट्स को ये भरोसा दिलाएगा कि हम डिफॉल्ट रूप से टीन यूजर्स (किशोर) को सेफ और उनकी उम्र के हिसाब से सही कंटेंट दिखाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही पेरेंट्स को अपने बच्चों के एक्सपीरियंस को कंट्रोल करने के और तरीके भी दे रहे हैं।' हालांकि, इंस्टाग्राम ने यह भी माना कि उनका सिस्टम पूरी तरह परफेक्ट नहीं है और कुछ सजेस्टिव कंटेंट या स्ट्रॉन्ग लैंग्वेज कभी-कभी प्लेटफॉर्म पर दिखाई दे सकती हैं। कंपनी का कहना है कि उनका एल्गोरिदम लगातार बेहतर होता जाएगा और ऐसे मामलों को कम करने की कोशिश की जाएगी।
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MPA ने क्या कहा?
मोशन पिक्चर असोसिएशन ने इंस्टाग्राम के इस फैसले का स्वागत किया है लेकिन यह भी कहा है कि इस फैसले के बारे में उनसे राय नहीं ली गई है। MPA ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर लिखा, 'इंस्टाग्राम ने टीनएजर्स के लिए नए कंटेट सिस्टम को लागू करने से पहले मोशन पिक्चर असोसिएशन से संपर्क नहीं किया है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं लेकिन इस बात का आश्वासन नहीं दे सकते कि इंस्टाग्राम का कंटेट PG-13 फिल्म रेटिंग के हिसाब से होगा। इस फैसले का फिल्म रेटिंग और फिल्म इंडस्ट्री से कोई संबंध है।'