देश की राजधानी दिल्ली में ठंड का असर दिखने लगा है और इसका असर वायु गुणवत्ता पर भी पड़ने लगा है। दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने लगा है। मंगलवार को प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया, जिसके चलते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली और आसपास के शहरों में ग्रेडेड रिस्पांस ऐक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-1 लागू कर दिया है। दिवाली से पहले ही दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। आने वाले दिनों में प्रदूषण खराब श्रेणी में ही बना रहेगा।
CAQM के मुताबिक मंगलवार, 14 अक्टूबर 2025 को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 201 पहुंच गया है, जो खराब कैटेगरी में आता है। शहर के ज्यादातर हिस्सों में AQI 200 से 300 के बीच है। इंडिया गेट जैसी मशहूर जगहों पर धूंध का असर दिख रहा है। प्रदूषण बढ़ने के कारण बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी वाले लोगों के लिए खतरा बढ़ रहा है।
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124 दिन बाद फिर खराब हुई हवा
124 दिन बाद फिर से दिल्ली में प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है। CPCB के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 11 जून 2025 को AQI 'खराब' कैटेगरी में दर्ज किया गया था। 11 जून से अब तक दिल्ली में हवा अपेक्षाकृत साफ रही। इन 124 दिनों में से 77 दिन AQI संतोषजनक और 47 दिन में मध्यम कैटेगरी में था। आज और कल दिल्ली में हवा खराब रहने का अनुमान है। जानकारों का मानना है कि तापमान कम होने और हवा की स्पीड कम होने के कारण शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। दिल्ली में हवा की स्पीड 6 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा रही और हवाओं की दिशा पश्चिमी से उत्तर-पश्चिमी बनी हुई है।
ग्रैप- 1 में क्या होगा?
- हवा की गुणवत्ता खराब होने के चलते अब दिल्ली में ग्रैप-1 लागू कर दिया गया है। इसमें प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रयास किया जाएगा और इसके लिए कुल 27 प्वाइंट बताए गए हैं। इसमें कचरा जलाने से लेकर धूल वाले प्रोजेक्ट्स पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
- ग्रैप- 1 में धूल नियंत्रण के उपाय जैसे एंटी-स्मॉग गन का प्रयोग किया जाएगा और सभी निर्माण और ध्वस्तीकरण साइट्स पर धूल नियंत्रण के उपायों का कड़ाई से पालन करना होगा। इसमें 500 वर्ग मीटर से बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए डस्ट मैनेजमेंट प्लान का पालन करना भी शामिल है।
- दिल्ली में 10-15 साल पुरानी डीजल और पेट्रोल गाड़ियों को न चलाने पर प्रतिबंध रहेगा और गाड़ियों के लिए प्रदूषण सर्टिफिकेट के नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा।
कचरा, पत्तों समेत अन्य सामान को खुले में जलाने पर रोक रहेगी और अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिला कार्रवाई की जाएगी।
- सड़क किनारे फूड स्टॉल, होटल, रेस्टोरेंट और कमर्शियल किचन में कोयला और लकड़ी के प्रयोग पर बैन रहेगा। साथ ही डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर भी रोक रहेगी।
- ट्रैफिक लाइटों पर गाड़ियों को इंजन बंद करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है या उन्हें जब्त किया जा सकता है।
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दिवाली से पहले बढ़ेगा प्रदूषण
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शून्य से 50 के बीच AQI को 'अच्छा' माना जाता है।
- 51-100ः संतोषजनक
- 101-200ः मध्यम
- 201 -300ः खराब
- 301- 400-ः बहुत खराब
- 401- 500ः गंभीर
मंगलवार को दिल्ली में AQI 200 पार कर गया, जिससे दिल्ली की हवा क्वालिटी खराब कैटेगरी में पहुंच गई है। आज यानी 16 अक्टूबर को दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब कैटेगरी में बनी रहेगी। दिवाली से पहले वायु गुणवत्ता और भी खराब होने की आशंका है। जानकारों के अनुसार, तापमान में गिरावट, पराली जलाने और दिवाली में पटाखों से होने वाले प्रदूषण के कारण AQI और भी खराब होने की आशंका है।