उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है। हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस मेले में करोड़ों की संख्या में साधु-संत व श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है। ऐसे में यहां ठहरने वालों के लिए उचित व्यवस्था भी की गई है। मेला परिसर में चाय-नाश्ते का भी उचित प्रबंध किया गया है।
दरअसल, इस मेले ने कई लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी खोल दिए है। हालांकि, कई लोगों के मन में सवाल है कि संगम तट पर आयोजित महाकुंभ के इस मेले में क्या कोई अपनी दुकान खोल सकता है? ठंड और सर्दी में सबसे ज्यादा चाय बिकती है और भारतीयों की सुबह एक कप चाय के बिना मुमकिन ही नहीं है। ऐसे में महाकुंभ के मेले परिसर में चाय बेचनी हो तो क्या कर सकते है? क्या कोई चाय बेच सकता है?
क्या करना होगा?
यह मेला डेढ़ महीने तक चलेगा तो ऐसे में महाकुंभ में आप भी चाय का ठेला लगा सकते है। ठेला या दुकान खोलने के लिए कहां से परमिशन लेनी होगी और इसकी प्रक्रिया क्या होगी? बता दें कि कुंभ के मेले के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार उठा रही है। अगर किसी को कुंभ मेले में खाने की दुकान लगानी है तो उसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार दुकानों की निलामी करती है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में आपको भाग लेना होगा।
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दुकान खोलने के लिए होने चाहिए ये जरूरी दस्तावेज
दुकान खोलने के लिए जरूरी दस्तावेजों की भी जरूरत होगी। इसमें आपका आधार कार्ड और निवास प्रमाण पत्र की जरूरत होगी। अगर कोई व्यापारी कुंभ मेले में दुकान खोलना चाहता है तो उसे अपना जीएसटी नंबर और बिजनेस रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी देना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद निलामी में अगर आपको दुकान अलॉट हो जाती है तो उसके बाद आपको उसकी तय राशि देनी होगी। साथ ही पूरी कागजी कार्रवाई के बाद आपको कुंभ मेले में दुकान मिल जााएगी फिर आप उसमें चाय या कुछ भी खाने का बेच सकते हैं।
प्रयागराज में मशहूर हो रहे ये भाई-बहन
दरअसल, गोरखपुर के चार भाई-बहन प्रयागराज में महाकुंभ मेले में बहुत मशहूर हो गए है। एक वायरल वीडियो से प्रेरित होकर अपने माता-पिता को बिना बताए कुंभ मेले के पास चाय और नाश्ते की दुकान खोली है। इस ठेले को खोलने के लिए भाई-बहन ने एक दोस्त से 10 हजार रुपये कर्ज भी लिया है।