मलेशिया में एक भारतीय नागरिक के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो सामने आया है। इसमें दिखाया गया है कि एक बैंक के बाहर सो रहे सफीउद्दीन पक्कीर मोहम्मद पर पानी डालकर उन्हें उठाया गया और उनके साथ भद्दी बातें की गईं। वायरल वीडियो में उनके साथ गलत तरीके से व्यवहार होता नजर आ रहा है। सफीउद्दीन के अनुसार उनके पास रहने के लिए घर नहीं है। उन्होंने मलेशियाई न्यूज एजेंसी को बताया कि वह भारत लौटना चाहते हैं, लेकिन उनका पासपोर्ट उनके पूर्व मालिक के पास है और उनकी सैलरी भी रोक ली गई है।
पिछले हफ्ते वायरल हुए वीडियो में एक महिला सिक्योरिटी गार्ड बैंक के बाहर फुटपाथ पर बैठे मोहम्मद पर पानी डालती दिख रही है। इसके बाद एक और आदमी वहां आता है जिसने पीड़ित को पैर से मारा और उन्हें वहां से जाने को कहा।
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सड़कों पर काट रहे दिन
मोहम्मद को कुआलालंपुर की सड़कों पर बिना पैसे, पासपोर्ट और नौकरी के रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है। यह घटना होने से पहले वह कुछ दिनों से AmBank की तमन मलूरी ब्रांच के बाहर सो रहे थे। मोहम्मद का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि बैंक के बाहर सोने के लिए वायरल हो जाएंगे। उसने न्यूज एजेंसी को बताया, 'अगर उन्होंने मुझे सिर्फ जाने के लिए कहा होता तो मैं चुपचाप चला जाता। मैं कमजोर, भूखा, स्ट्रेस और डिप्रेशन था।'
फुटेज वायरल होने के बाद, बेघर लोगों के लिए शेल्टर चलाने वाले टोनी लियान ने मोहम्मद को रहने के लिए जगह दी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, टोनी ने कहा कि वह सफीउद्दीन के एम्प्लॉयर से उसका पासपोर्ट वापस करवाने का प्लान बना रहे हैं। वह अपने कर्ज चुकाने के लिए पैसे भी जमा करना चाहता है।
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2024 से ही बेघर
सफीउद्दीन पक्कीर मोहम्मद 2024 में मलेशिया में काम करने के लिए भारत छोड़कर आ गए थे। 39 साल के मोहम्मद अपनी पत्नी और दो बेटों का गुजारा करने के लिए पैसे कमाना चाहते थे। मलेशिया में, उन्हें उम्मीद थी कि वह इतना कमा लेंगे कि भारत में अपनी पत्नी और बच्चों को पैसे भेज सकें।
मार्च 2024 में तमिलनाडु के रहने वाले मोहम्मद ने कुआलालंपुर के श्री गोम्बक में एक रेस्टोरेंट में कुक की नौकरी शुरू की। कुछ दिनों के बाद ही जल्द ही उनके लिए हालात खराब होने लगे। मोहम्मद ने न्यूज एजेंसी को बताया कि उसने अपने मालिक को वर्क परमिट के लिए RM3,500 मतलब लगभग 75,500 रुपये और हेल्थकेयर के लिए RM1,200 यानी 26,000 रुपये दिए थे। उनके काम शुरू करने के तुरंत बाद, उनके मालिक ने उसकी सैलरी रोकनी शुरू कर दी। कभी-कभी उसे महीनों तक सैलरी नहीं मिलती थी, जिससे वह घर पैसे नहीं भेज पाता था।
मोहम्मद ने कहा कि उसके मालिक ने उसका पासपोर्ट भी रोक लिया ताकि वह इंडिया वापस न जा सके। जब उसने नौकरी छोड़नी चाही, तो उसे ऐसा करने नहीं दिया गया। इस वजह से उसने करीब छह महीने पहले काम पर जाना छोड़ दिया।
