23 नवंबर, शनिवार के दिन झारखंड और महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए। झारखंड में इंडिया अलायंस ने जीत दर्ज की और महाराष्ट्र में महायुति अघाड़ी ने जीत का परचम लहराया। विश्लेषकों के अनुसार, झारखंड और महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में आए नतीजों का असर भारतीय स्टॉक बाजार पर पड़ सकता है।
बीते शुक्रवार दर्ज हुई जबरदस्त बढ़त
पिछले शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने पिछले पांच महीनों में अपनी सबसे बड़ी एक-दिन की बढ़त दर्ज की। सेंसेक्स 1,961.32 अंकों (2.54%) की बढ़त के साथ 79,117.11 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 557.35 अंकों (2.39%) की उछाल के साथ 23,907.25 पर बंद हुआ।
चुनाव नतीजों का प्रभाव
महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव नतीजे बाजार की चाल को तय करने वाले मुख्य कारकों में से एक होंगे। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन की जीत से राजनीतिक स्थिरता का संकेत मिल रहा है, जो बाजार के लिए सकारात्मक हो सकता है।
महाराष्ट्र में एनडीए की जीत से इन्फ्रास्ट्रक्चर और राजनीतिक स्थिरता से जुड़े सेक्टर में तेजी आने की संभावना है। साथ ही ऑटो, रियल एस्टेट और FMCG सेक्टर ने पिछले सप्ताह अच्छा प्रदर्शन किया, जो बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है। वहीं आईटी और बैंकिंग सेक्टर ने नुकसान को सीमित करने में अहम भूमिका निभाई है ।
वैश्विक और घरेलू कारक
इसके साथ विश्लेषकों की नजर विश्व में चल रही गतिविधियों पर भी है। जिसमें रूस-यूक्रेन संघर्ष और मध्य पूर्व की अस्थिरता शामिल है और इसपर निवेशकों को सतर्क बना रही है। विदेशी निवेशकों ने नवंबर के तीसरे सप्ताह में 11,412 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। पूरे महीने में एफआईआई ने अब तक 41,872 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की है। घरेलू निवेशकों ने 11,035 करोड़ रुपये की खरीदारी की, जिससे बाजार को स्थिरता मिली।
इन आंकड़ों पर निवेशकों की नजर रहेगी। साथ ही दिसंबर की RBI बैठक में 25 बीपीएस प्वाइंट (bps) की कटौती की उम्मीद है, जो धीमी आर्थिक वृद्धि और घटती महंगाई को ध्यान में रखकर हो सकती है। विश्लेषकों का अनुमान है कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे बाजार के लिए उत्साहजनक हैं, लेकिन वैश्विक अनिश्चितताओं और एफआईआई की लगातार बिकवाली से बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।