वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2025-26 के लिए लगातार आठवां केंद्रीय बजट पेश किया। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट भी है। टैक्सपेयर्स को बड़ी सौगात देने वाला सीतारमण का बजट भाषण एक घंटे 17 मिनट का रहा, जो पिछले साल के बजट भाषण के 1 घंटे 25 मिनट से कम था। सीतारमण के ही नाम भारतीय इतिहास में सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने का रिकॉर्ड है। ऐसे में आइये जाने की वित्त मत्री ने पिछले वर्षों के बजट में कितने घंटे का भाषण दिया? आइये डाले एक नजर
निर्मला सीतारमण का पिछले कुछ वर्षों में बजट भाषण कितने घंटे का रहा, यहां देखें:
2024:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक घंटा 25 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा था। इसके बाद निर्मला ने अंतरिम बजट 2024 पेश किया जो कि सबसे छोटा बजट भाषण था। इसके बाद सीतारमण ने लगातार छठा बजट पेश किया, जिसमें अब तक का सबसे छोटा भाषण 56 मिनट का रहा।
2023:
सीतारमण ने महज 87 मिनट में अपना बजट भाषण पूरा कर लिया था।
2022:
निर्मला सीतारमण का बजट भाषण 92 मिनट तक चला था।

2021, पहला पेपरलेस बजट
सीतारमण ने वर्ष 2021 में 1 घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण दिया था। यह बजट हर मायने में इसलिए भी खास था क्योंकि यह भारत का पहला पेपरलेस बजट था। इस बजट को टैबलेट से पढ़ा गया था। सीतारमण का डिजिटल टैबलेट पारंपरिक 'बही-खाता' लाल पाउच में लिपटा हुआ था।
2020 में जब निर्मला ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
2020 में सीतारमण ने भारत के इतिहास में सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड बनाया, जो दो घंटे और 41 मिनट तक चला। हालांकि, वह बीच में कई बार रुकीं और बैठीं क्योंकि बजट पढ़ने के दौरान उनका ब्लड प्रेशर बहुत लॉ हो गया था। ऐसे में उन्हें चीनी और पानी का घोल दिया गया था। खराब स्वास्थ्य के कारण उन्हें अपना सबसे लंबा बजट भाषण छोटा करना पड़ा था।
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2019, पहला बजट भाषण
2019 में, सीतारमण ने संसद में अपना पहला बजट भाषण दिया, जो अब तक का सबसे लंबा भाषण था। इसमें उन्होंने कभी-कभी हिंदी, तमिल, उर्दू और यहां तक कि संस्कृत में भी भाषण दिया। वित्त मंत्री के रूप में सीतारमण का भाषण दो घंटे और 17 मिनट तक चला। बता दें कि बजट पढ़ने के दौरान वित्त मंत्री ने पानी पीने के लिए कोई भी ब्रेक नहीं लिया था।