2047 तक विकसित भारत बनने के लिए क्या करना होगा? इकोनॉमिक सर्वे में इसका रास्ता बताया गया है। शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 का आर्थिक सर्वे पेश किया था। इसमें सुझाव दिया गया है कि अगर विकसित भारत बनाना है तो अगले दो दशकों तक हर साल 8 फीसदी की विकास दर बनाए रखना जरूरी है।
विकसित भारत के लिए क्या जरूरी?
इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया है कि 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए अगले दो दशकों तक हर साल कम से कम 8 फीसदी की ग्रोथ हासिल करनी होगी। सर्वे में बताया गया है कि 2023-24 में GDP ग्रोथ रेट 8.2% रही थी। इससे पहले 2022-23 में ग्रोथ रेट 7.2% और 2021-22 में 8.7% रही थी। अगले वित्त वर्ष यानी 2025-26 में GDP ग्रोथ रेट 6.3 से 6.8% के बीच रहने का अनुमान है।
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इन्वेस्टमेंट रेट भी बढ़ाना होगा
आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि GDP ग्रोथ रेट के साथ-साथ इन्वेस्टमेंट रेट यानी निवेश दर को भी बढ़ाना होगा। अभी भारत में निवेश दर 31 फीसदी है। इसे बढ़ाकर कम से कम 35 फीसदी करना होगा। इसके साथ ही कैपिटल एक्सपेंडिचर भी बढ़ाने का सुझाव दिया गया है।
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अभी कितनी है ग्रोथ रेट?
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अक्टूबर 2024 में अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 2027-28 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन सकता है। 2029-30 तक 6.3 ट्रिलियन डॉलर पहुंच सकती है। इस हिसाब से 2024-25 से 2029-30 तक भारत की हर साल की GDP ग्रोथ रेट 10.2% हो सकती है।
हालांकि, फिलहाल भारत की आर्थिक विकास दर थोड़ी धीमी है। 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में ग्रोथ रेट सिर्फ 5.4% रही है। ये RBI के अनुमान से कम है। RBI ने 7% ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया था। इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में अनुमान से कम रही थी।
हाल ही में, RBI ने मॉनिटरी पॉलिसी में 2024-25 में GDP ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2% से घटाकर 6.6% कर दिया है। इस बीच सरकार ने भी आर्थिक सर्वे में ग्रोथ रेट 6.4% के आसपास रहने की उम्मीद जताई है।