अगर आप भी क्रिकेट खेलने या देखने के शौकीन हैं तो आप भी अंपायर से परिचित होते हैं। मैदान पर खेलने वाले खिलाड़ियों के अलावा अंपायर ही ऐसे शख्स होते हैं जो पिच पर मौजूद होते हैं। इन अंपायर पर जिम्मेदारी होती है कि वे खेल को सही तरीके से चलाएं, उसके नियमों का पालन करवाएं और अपने फैसले दें। हर गेंद पर अंपायर की नजर बल्लेबाज और गेंदबाज के साथ-साथ बाकी खिलाड़ियों पर भी होती है। इसीलिए एक मैच में मैदान पर मौजूद दो अंपायरों के अलावा एक या दो अंपायर बाहर भी बैठे होते हैं जो अन्य चीजों पर नजर रखते हैं।
क्रिकेट के खेल को खेलने के साथ-साथ अगर आप इसे देखने और इससे जुड़कर काम करने के शौकीन हैं तो आप भी अंपायर की भूमिका के बारे में जरूर जानना चाहते हैं। क्या आप जानते हैं कि आप भी क्रिकेट में अंपायर बन सकते हैं? बिना नेशनल या इंटरनेशनल लेवल का खिलाड़ी बने भी न सिर्फ आप अंपायर बन सकते हैं बल्कि ICC तक भी पहुंच सकते हैं। आइए इसका तरीका जान लेते हैं।
कैसे बन सकते हैं अंपायर?
भारत में अंपायर बनने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी एक राज्य के क्रिकेट असोसिएशन का सदस्य बनना होता है। इसी राज्य के असोसिएशन की स्पॉन्सरशिप मिलने के बाद आप BCCI की अंपायर एकेडमी से सर्टिफिकेट प्रोग्राम कर सकते हैं। इस प्रोग्राम के बाद आपको बीसीसीआई का अंपायर सर्टिफिकेशन एग्जाम पास करना होगा।
सर्टिफिकेट मिल जाने के बाद आप अपने राज्य के स्तर पर अंपायरिंग शुरू कर सकते हैं। दो से तीन साल का अनुभव हो जाने के बाद BCCI Level 1 की परीक्षा दे सकते हैं। यह परीक्षा पास हो जाने के बाद इंटरव्यू होता है। इंटरव्यू पास कर लेने वाले लोगों को लेवल 2 की परीक्षा देनी होती है।
लेवल 2 की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का मेडिकल और फाइनल सर्टिफिकेशन होता है। इसके बाद अगर BCCI आपको ICC सर्टिफिकेशन के लिए रेकमेंड कर दे और आप उसे हासिल कर लें तो आप अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग करने वाले अंपायरों के ICC के पैनल में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि अंपायरों को हर महीने लगभग 5 लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक की सैलरी मिलती है।