केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने साल 2025 के लिए इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) रैंकिंग जारी कर दी है। इस रैंकिंग में लगातार सातवीं बार आईआईटी मद्रास ने पहला स्थान हांसिल किया है। दूसरे नंबर पर बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान रहा है। इस रैंकिंग में टॉप कॉलेजों की संख्या के मामले में दिल्ली ने बढ़त बनाई है। टॉप 10 संस्थानों में से 3 दिल्ली के हैं। उत्तर प्रदेश से 2 और पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, कर्नाटक और तमिलनाडु का एक-एक संस्थान टॉप 10 में शामिल हैं। देश में दिल्ली और तमिलनाडु टॉप शिक्षण संस्थानों के मामले में सबसे आगे हैं।
NIRF रैंकिग में किस राज्य की क्या स्थिति है यह जानने से पहले NIRF को समझना जरूरी है। NIRF रैंकिंग की घोषणा 2015 में की गई थी और 2015-16 सत्र के आधार पर पहली रैंकिंग जारी की गई थी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय 'इंडिया रैंकिग' के नाम से यह रैंकिंग जारी करता है। यह रैंकिंग पांच पैमानों के आधार पर तय की जाती है।
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- टीचिंग, लर्निंग और रिसोर्स- 30 प्रतिशत वेटेज
- रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस- 30 प्रतिशत वेटेज
- ग्रेजुएशन आउटकम- 20 प्रतिशत वेटेज
- आउटरीच और एनक्लूसिविटी- 10 प्रतिशत वेटेज
- प्रिसेप्शन - 10 प्रतिशत वेटेज

किस राज्य में हैं सबसे ज्यादा टॉप कॉलेज?
राज्यवार टॉप कॉलेजों की बात करें तो तमिलनाडु सबसे पहले स्थान पर है। देश की टॉप 100 संस्थानों में 17 तमिलनाडु में ही हैं। हालांकि, पिछले साल इनकी संख्या 17 थी। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्रा के 11 संस्थान हैं और तीसरे पर उत्तर प्रदेश के 9 संस्थान टॉप 100 में शामिल हैं।
- तमिलनाडु — 17 संस्थान (टॉप- IIT मद्रास)
- महाराष्ट्र — 11 संस्थान (टॉप- IIT बॉम्बे)
- उत्तर प्रदेश — 9 संस्थान (टॉप- IIT)
- दिल्ली (NCT) — 8 संस्थान (टॉप-IIT दिल्ली)
- कर्नाटक — 6 संस्थान (टॉप-IISc बेंगलुरु)
- पंजाब — 6 संस्थान (टॉप- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी)
- तेलंगाना — 5 संस्थान (टॉप-IIT हैदराबाद)
- ओडिशा — 5 संस्थान (टॉप-SOA)
- पश्चिम बंगाल — 4 संस्थान (टॉप-IIT खड़गपुर)
- उत्तराखंड — 4 संस्थान (टॉप-IIT रुड़की)
- केरल — 4 संस्थान (टॉप-केरल यूनिवर्सिटी)
- राजस्थान — 4 संस्थान (टॉप-BITS पिलानी)
इनके अलावा असम और जम्मू-कश्मीर से 3-3 संस्थान शामिल हैं। इस साल की रैंकिंग में भी दक्षिण भारत का दबदबा रहा है। तमिलनाडु (17), कर्नाटक (6), तेलंगाना (5), केरल (4), आंध्र प्रदेश (2) को मिलाकर टॉप 100 में दक्षिण भारत की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत है।
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स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी में राज्यों की स्थिति
वैसे तो रैंकिंग में किस राज्य की कितनी भागीदारी है इसका आंकलन ओवरऑल कैटेगरी को ही देखा जाता है लेकिन राज्य सरकारों की ओर से फंड किए जाने वाले संस्थानों की क्या स्थिति है इसका आंकलन करने के लिए NIRF रैंकिंग में साल 2024 में स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी कैटेगरी को भी शामिल किया गया था। इस साल की रैंकिंग में पहली बार पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी नंबर 1 पर पहुंची है। तमिलनाडु की अन्ना यूनिवर्सिटी दूसरे नंबर पर खिसक गई है।

स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटीज के मामले में तमिलनाडु की हिस्सेदारी टॉप 50 में सबसे ज्यादा है। तमिलनाडु के 10 संस्थान टॉप 50 में शामिल हैं। केरल और कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के 4-4 संस्थान टॉप 50 में शामिल हैं। आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर के 3-3 संस्थान , पश्चिम बंगाल और असम के 2-2, गुजरा की एक यूनिवर्सिटी टॉप 50 में शामिल है।