आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर रविवार को निशाना साधा। उन्होंने गणतंत्र दिवस परेड से दिल्ली की झांकी को बाहर रखने के लिए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की। साथ ही उन्होंने इस कदम को राजनीति के प्रेरित बताते हुए कहा कि यह दिल्ली को उचित प्रतिनिधित्व से वंचित करता है।
दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली भारत की राजधानी है और दिल्ली की झांकी को हर साल 26 जनवरी की परेड में भाग लेना चाहिए। पिछले कई सालों से दिल्ली की झांकी को परेड में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा रही है। यह किस तरह की राजनीति है? वे (बीजेपी) दिल्ली के लोगों से इतनी नफरत क्यों करते हैं? दिल्ली के लोगों को उन्हें वोट क्यों देना चाहिए?'
बीजेपी केवल गाली देती है
केंद्र की एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि 'बीजेपी केवल उन्हें और उनकी पार्टी को गाली देती है।' बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए उनके पास कोई कहानी नहीं है।
बीजेपी के पास कोई योजना नहीं
केजरीवाल ने कहा, 'आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है। उनके पास दिल्ली के लोगों के लिए कोई विजन नहीं है। वे केवल केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को गाली देते हैं। क्या हमें सिर्फ इसके लिए उन्हें वोट देना चाहिए? झांकी और दिल्ली के लोगों को 26 जनवरी की परेड में भाग लेने से क्यों रोका जा रहा है?'
महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह
आप संयोजक केजरीवाल ने आगे कहा कि'मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना' और 'संजीवनी योजना' के लिए रजिट्रेशन सोमवार से दिल्ली में शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान योजना के तहत राजधानी में रहने वाली महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह मिलेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की महिलाओं को कहीं भी लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। रजिट्रेशन के लिए दिल्ली सरकार के लोग खुद महिलाओं के पास आएंगे। बता दें कि संजीवनी योजना के लिए 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक रजिट्रेशन करना सकते हैं। इसमें बुजुर्गों को हेल्थ की सुविधा मिलेगी।
कैसे किया जाता है झांकियों का चयन ?
गणतंत्र दिवस की परेड पर झांकियों की तैयारी के लिए जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय के पास होती है। रक्षा मंत्रालय तय करता है कि किस राज्य और किस विभाग की झांकी परेड में शामिल होगी। इसके लिए एक एक्सपर्ट कमिटी का गठन होता है। कमिटी में आर्ट, कल्चर, पेंटिंग, स्कल्पचर, म्यूजिक, आर्किटेक्चर, कोरियोग्राफी क्षेत्र के विद्वान लोग शामिल होते हैं। एक्सपर्ट कमिटी बैठकें कर विभिन्न राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों से प्राप्त झांकियों के प्रस्तावों को देखती हैं। इन झांकियों का उनके विषय, डिजाइन और उसके विजुअल इंपैक्ट के आधार पर जांच करती है। इसके बाद अपनी सिफारिश डिफेंस मिनिस्ट्री को भेजती है।
कमिटी इस दौरान झांकी की विजुअल अपील, लोगों पर कितना प्रभाव डालेगी, आइडिया, थीम और म्यूजिक समेत कई अन्य फैक्टर्स को देखती है। परेड में भाग लेने के लिए सीमित संख्या में ही झांकियों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है। शॉर्टलिस्ट प्रक्रिया के बाद सबसे अच्छी झांकी ही परेड में शामिल हो इसका ध्यान रखा जाता है।