महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कैश फॉर वोट विवाद में फंसे भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सुप्रिया श्रीनेत को 100 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा है। तावड़े ने कहा कि भाजपा और मुझे बदनाम करने के लिए कांग्रेस नेताओं ने झूठे आरोप लगाए। उन्होंने मांग की है कि ये लोग जनता के बीच मुझसे माफी मांगे या कोर्ट कार्यवाही का सामना करें।
क्या है पूरा मामला?
19 नवंबर यानी महाराष्ट्र में वोटिंग से एक दिन पहले विनोद तावड़े को एक होटल में 5 करोड़ रुपये बांटने का आरोप लगा था। यह आरोप बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने लगाया है। दरअसल, विनोद तावड़े विरार के एक होटल में नालासोपारा से भाजपा उम्मीदवार राजन नाइक और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। उसी दौरान हितेंद्र और उनके बेटे क्षितिज होटल पहुंच जाते है और हंगामा कर देते है। हितेंद्र का आरोप है कि तावड़े 5 करोड़ रुपये वोटर्स को बांट रहे थे।
कैश कांड पर क्या बोले थे राहुल गांधी?
विवाद सामने आने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा था कि मोदी जी, यह 5 करोड़ किसके सेफ से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेम्पो में भेजा। राहुल के पोस्ट का तावड़े ने जवाब दिया और दावा किया कि नालासोपारा आकर होटल के सीसीटीवी फुटेज चेक करें। वहां हुई चुनाव आयोग की पूरी कार्यवाही देखें। साबित करें कि यह किसका पैसा है?
चुनाव आयोग ने तावड़े के खिलाफ लिया एक्शन
विपक्ष के आरोप के बाद चुनाव आयोग ने विनोद तावड़े समेत भाजपा उम्मीदवार राजन नाइक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। यह एफआईआर आचार संहिता का उल्लंघन के मामले में की गई है। बता दें कि चुनाव आयोग के अफसरों ने तावड़े के कमरे से 9 लाख रुपये और कागजात बरामद किया।
तावड़े ने दी सफाई
विनोद तावड़े ने इपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहा था। आचार संहिता की 12 बातें बताने के लिए मैं वहां पहुंचा था। विपक्ष पार्टी को लगा कि मैं वहां पैसे बांट रहा हूं। इन आरोपों की चुनाव आयोग और पुलिस जांच करें। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। सभी मुझे जानते हैं। मैं भी चाहता हूं कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।