कितने अमीर हैं गरीब, शोषित और किसानों की राजनीति करने वाले नेता?
वामपंथी दल, बिहार में एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं। VIP, आरजेडी, कांग्रेस और वामदल, इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। अब वाम दलों में CPI (ML) (L) ने प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक किए हैं।

CPI ML L के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, Photo Credit: PTI
बिहार विधानसभा चुनावों के लिए कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन ने 20 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया है। वामपंथी दलों में इंडिया गठबंधन ने CPI (ML) को सबसे ज्यादा सीटें दी गई हैं। CPI (ML) ने किसी भी मौजूदा विधायक का टिकट नहीं काटा है। पार्टी ने कुछ नए चेहरों को मौका दिया है।
CPI (ML) ने उन सीट पर नए चेहरे उतारे हैं, जिन पर वह 2020 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल नहीं कर पाई थी। 2020 के विधानसभा चुनावों में वाम दलों ने 19 सीट पर चुनाव लड़ा था। इनमें से 12 पर जीत हासिल की थी। वाम दलों की सफलता दर, कांग्रेस और आरजेडी से भी बेहतर रही थी।
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दीपांकर भट्टाचार्य, महासचिव, CPI (ML) (L):-
हमने गठबंधन की भावना को बनाए रखा है। हालांकि हम अधिक सीट के हकदार थे लेकिन हमने आखिरकार मात्र 20 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया। हम इस बार कम से कम 24 सीट पर चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं सका। मुझे पूरा विश्वास है कि 'महागठबंधन' भारी बहुमत से चुनाव जीतेगा। लोग NDA सरकार से उकता चुके हैं।
जिन उम्मीदवारों की सीट पर छह नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है, उन सभी ने पहले ही अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिए हैं। प्रथम चरण में पार्टी के 14 उम्मीदवार हैं, जबकि दूसरे चरण में छह उम्मीदवार हैं।
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कौन हैं CPI (ML) (L) के उम्मीदवार, कितने धनी हैं?
- धनंजय: धनंजय भोरे विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। वह जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। धनंजय सिंह 29 साल के हैं। वह बारा गांव के रहने वाले है। गया जिले से आते हैं। उनके पास कुल 10 हजार रुपये कैश है। उनके पास 109 डिसमिल जमीन है। कुल संपत्ति का मूल्य अनुमानित मूल्य करीब 82 लाख है। वह एमफिल और पीएचडी हैं। चल संपत्ति करीब 47227 है, अचल संपत्ति 82 लाख रुपये के आसपास है।
- अमरजीत कुशवाहा: जीरादेई विधानसभा से CPI (ML) ने अमरजीत कुशवाहा को उतारा है। वह सिवान जिले के खलवा गांव से आते हैं। इनके पास कुल 10 हजार रुपये कैश है। पत्नी के पास 5723 रुपये हैं। चल संपत्ति 39 लाख रुपये है, अचल संपत्ति करीब 1653000 रुपये की है।
- सत्यदेव राम: दरौली–एससी से चुनाव लड़ रहे हैं। इनके पास 20 हजार कैश हैं। एक स्कॉर्पियो कार है, जिसकी कीमत 16 लाख रुपये है। कुल संपत्ति 36 लाख रुपये से ज्यादा की है।
- अमरनाथ यादव: दरौंदा से चुनावी मैदान में हैं। उनके पास चल चल संपत्ति करीब 7009319 रुपये की है, वहीं अचल संपत्ति 65 लाख रुपये से ज्यादा है।
- रंजीत कुमार: रंजीत कुमार कल्याणपुर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। यह आरक्षित सीट है। विधानसभा की सीट संख्या 131 है। उनके पास 10 हजार रुपये कैश है। उनके पास 30 हजार की एक अंगूठी है, पत्नी के पास 10 ग्राम सोना है। कुछ गहने हैं जिनकी कीमत 1 लाख 20 हजार के आसपास आंकी गई है। पेशे से वकील रहे हैं। अविभाजित परिवार में रहते हैं, विरासत में मिली संपत्तियों की कीमत करीब 5 लाख रुपये आंकी गई है।
- फूलबाबू सिंह: वारिस नगर से CPI ML ने फूलबाबू सिंह को टिकट दिया है। फूलबाबू सिंह ने 45000 कैश होने का हलफनामा दायर किया है। बैंकों में 5 लाख से ज्यादा रकम जमा है। पत्नी के खाते में 520000 रुपये जमा हैं। 2 लाख 50 हजार से ज्यादा की कीमत का सोना है, पत्नी के पास 4 लाख रुपये से ज्यादा का गहना है। 80 ग्राम सोना है और 500 ग्राम चांदी है। अपनी कुल आय 19 लाख रुपये के आसपास बताई है। पत्नी की भी संपत्ति 10 लाख से ज्यादा है। 26 लाख रुपये से ज्यादा का लोन है।
- विश्वनाथ चौधरी: राजगीर–एससी से विश्वनाथ चौधरी चुनावी मैदान में हैं। उनके पास एक कार है, जिसकी कीमत 8 लाख रुपये है। 240 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 28 लाख के आसपास है। पत्नी के पास 370 ग्राम का सोना है। कुल संपत्ति 83 लाख से ज्यादा की है।
- दिव्या गौतम: दीघा विधानसभा से दिव्या गौतम चुनावी मैदान में हैं। दिव्या गौतम ने अपने चुनावी हलफनामे में कुल अनुमानित संपत्ति 15,26,869 रुपये बताई है। 55 हजार रुपये से ज्यादा के गहने दिव्या के पास हैं।
- गोपाल रविदास: फुलवारी, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। यहां से गोपाल रविदास चुनावी मैदान में हैं। हलफनामे में उन्होंने बताया है कि उनके पास 20 हजार रुपये के कैश हैं। पत्नी के पास 5 हजार रुपये हैं। बैंकों में 1.50 लाख रुपये जमा हैं। कुल संपत्ति 16 लाख रुपये के आसपास है।
- संदीप सौरभ: पालीगंज विधानसभा सीट से संदीप चुनावी मैदान में हैं। 45000 रुपये कैश हैं, 19 लाख से ज्यादा की संपत्ति है। पत्नी के पास 4 लाख 55 हजार से ज्यादा है।
- क्यामुद्दीन अंसारी: आरा से चुनावी मैदान में हैं। हाथ में नकदी 20 हजार रुपये है। कुल संपत्ति 57000 है।
- शिव प्रकाश रंजन: अगिआंव विधानसभा से चुनावी मैदान में हैं। 14 लाख की कीमत की अचल संपत्ति और 17 लाख रुपये की चल संपत्ति है।
- मदन सिंह: तरारी से चुनावी मैदान में हैं। 5 लाख से ज्यादा कुल संपत्ति बताई है।
- अजीत कुमार सिंह: डुमरांव से चुनावी मैदान में हैं। कुल संपत्ति 5 लाख रुपये से ज्यादा है।
- वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता: सिकटा से उम्मीदवार हैं। 20500 रुपये कैश हैं। कुल संपत्ति 65 लाख से ज्यादा है।
- महबूब आलम: बलरामपुर से विधायक हैं। उनकी कुल संपत्ति 31 लाख रुपये से ज्यादा है। 2025 के लिए अभी उन्होंने हलफनामा दायर नहीं किया है।
- अरुण सिंह: काराकाट से चुनावी मैदान में हैं। कुल संपत्ति 3738100 से ज्यादा है।
- महानंद सिंह: अरवल से चुनावी मैदान में हैं। महानंद सिंह ने बताया है कि उनके पास 50 हजार रुपये हैं। कुल संपत्ति 20 लाख रुपये से ज्यादा है।
- राम बली सिंह यादव: घोसी से चुनावी मैदान में हैं। 50 हजार से ज्यादा कैश है, 51 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति है।
क्या है CPI (ML) (L) का एजेंडा?
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन मई 1967 के नक्सलबाड़ी विद्रोह के बाद अस्तित्व में आई। नक्सलबाड़ी आंदोलन ने भारत के सबसे बड़ी उत्पीड़ित वर्गों को लामबंद किया। गरीब, किसान और मजदूर इस पार्टी के मूल स्तंभ हैं। पार्टी का लक्ष्य गरीब किसानों और मजदूरों को राजनीतिक केंद्र में लाने का है। CPI (ML) का एजेंडा मार्क्सवाद-लेनिनवाद को भारतीय परिस्थितियों में लागू करना है। इसके संस्थापक महासचिव चारु मजूमदार की पुलिसिया दमन में मौत हुई थी। CPI (ML) के वर्ग संघर्ष मॉडल में दलितों, उत्पीड़ित जातियों और महिलाओं की स्थिति को तरजीह दी गई है। लिबरेशन देशभर में मजदूरों, किसानों और अन्य वंचित वर्गों के आंदोलनों का नेतृत्व करती है। संसद और विधानसभाओं में इसके प्रतिनिधि क्रांतिकारी विपक्ष की भूमिका निभाते हैं। यह पार्टी राष्ट्रवाद का विरोध करती है। यह पार्टी सरकारी दमन, कठोर कानूनों, जातिवाद, लैंगिक हिंसा, नस्लवाद, होमोफोबिया और कॉरपोरेट्स के खिलाफ संघर्ष कर रही है।
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