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बीते चुनावों में एग्जिट पोल कितने सच साबित हुए हैं? आंकड़ों से समझें

पिछले आंकड़ों को देखते हुए महाराष्ट्र और झारखंड को लेकर आए एग्जिट पोल कितने सच साबित होंगे इसको लेकर संशय जरूर पैदा होता है।

exit polls 2024

प्रतीकात्मक तस्वीर। Source- PTI

दो चरणों हुए झारखंड और एक चरण में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे ईवीएम में कैद हो गए हैं। दोनों राज्यों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन इससे पहले बुधवार यानी 20 नवंबर को अलग-अलग एग्जिट पोल सामने आए। इन एग्जिट पोल्स में महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनते दिख रही है, वहीं झारखंड में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर दिखाई गई है।

 

पूर्वानुमानों से यह संकेत मिल रहा है कि दोनों राज्यों में चुनावी मुकाबला कड़ा होगा, जो किसी भी दिशा में जा सकता है। एग्जिट पोल के आंकड़ों से जो भी परिस्थितियां बन रही हों, लेकिन झारखंड और महाराष्ट्र में किसकी सरकार बन रही है इसका फैसला दो दिन बाद 23 नवंबर को हो जाएगा। 20 नवंबर को आए एग्जिट पोल को लेकर यह जानना जरूरी है कि पिछले दो विधानसभा चुनावों में एग्जिट पोल असली नतीजों के कितने करीब थे?

धराशायी होते एग्जिट पोल के आंकड़े

यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में सामने आए सभी एग्जिट पोल के आंकड़े धराशायी हो गए थे। एग्जिट पोल्स में बीजेपी को भारी बहुमत और एनडीए की एकतरफा जीत का दावा किया गया था, लेकिन जब चुनाव आयोग के आंकड़े सामने आए जो स्थिति एकदम से उलट थी। इंडिया गठबंधन ने सभी एग्जिट पोल को झुठलाते हुए लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। 

हरियाणा में गलत साबित हुए पोल

वहीं, पिछले महीने अक्तूबर में हरियाणा विधानसभा के चुनाव हुए, जिसको लेकर तमाम एग्जिट पोल सामने आए। एग्जिट पोल में साफ तौर पर कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया गया था, लेकिन रिजल्ट इसके उलट आए। यानी कि हरियाणा के एग्जिट पोल झूठे साबित हुए और राज्य में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनी। नायब सिंह सैनी हरियाणा के दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 

लोकसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल गलत

इसी तरह से बीते लोकसभा चुनाव में सभी एग्जिट पोल में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को बंपर बहुमत मिलते हुए दिखाया गया। मार्टाइज़ ने अपने एग्जिट पोल में दावा किया था कि एनडीए को 353-368, इंडिया अलायंस को 118-133 और अन्य को 43-38 सीटें मिल रही हैं। जन की बात के मुताबिक एनडीए को 363-392, इंडिया अलायंस को 141-161 और अन्य को 10-20 और एक्सिस माय इंडिया ने अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 339-365, इंडिया अलायंस को 77-108 सीटें जीतते हुए दिखाया गया था।

 

हालांकि, चुनाव आयोग के जब रिजल्ट सामने आए तो एनडीए को 293 सीटें मिली और इंडिया अलायंस को 235 सीटें आईं। इस तरह से देखें तो लोकसभा चुनाव और हरियाणा के विधानसभा चुनाव को लेकर आए एग्जिट पोल एक तरफा गलत साबित हुए। इसने एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठा दिए। 

2019 के महाराष्ट्र एग्जिट पोल

बताते चलें कि इसी तरह से साल 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा को लेकर अलग-अलग एग्जिट पोल सामने आए थे। इनमें बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 213 सीटें और कांग्रेस-एनसीपी को 61 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। लेकिन रिजल्ट आए तो बीजेपी-शिवसेना गठबंध को 161 सीटें मिलीं। वहीं, कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को 98 सीटें आईं। इस चुनाव में भी एग्जिट पोल पर सवाल खड़े किए गए। 

2019 लोकसभा में उलट आए रिजल्ट

ऐसा ही कुछ हाल साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। 2019 में 13 एग्जिट पोल ने एनडीए को 306 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था, जबकि यूपीए को 120 सीटें मिलने की बात कही गई थी। इस चुनाव में भी एग्जिट पोल गलत साबित हुए और आम चुनाव में एनडीए को 353 सीटें हासिल हुईं, जबकि यूपीए के खाते में महज 93 सीटें आईं थीं। इस चुनाव में बीजेपी ने 303 और कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत हासिल की थी।

 

इस स्थिति में महाराष्ट्र और झारखंड को लेकर आए एग्जिट पोल कितने सच साबित होंगे इसको लेकर संशय जरूर पैदा होता है।

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