महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव का सिलसिला अब थम चुका है। वोटिंग के बाद मतगणना की शुरुआत हो गई है। 23 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे और दोनों ही राज्यों के प्रमुख चेहरों के भविष्य का फैसला हो जाएगा।
चुनाव आयोग की वेबसाइट से पता चला है कि महाराष्ट्र में बीते तीन दशकों में पहली बार 65 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। वहीं, गढ़चिरौली और कोल्हापुर जैसे जिलों में मतदान का आकंड़ा 75 फीसदी तक पहुंचा।
देवेंद्र फडणवीस बहुत खुश
महाराष्ट्र में बढ़ते वोटिंग परसेंटेज को देखते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बहुत खुश नजर आ रहे हैं। उनका मानना है कि भाजपा और महायुति को इस बार जनता का भरपूर समर्थन मिला है। बता दें कि इस बार महाराष्ट्र के ग्रामीण जिलों में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है, जबकि शहरी क्षेत्र जैसे मुंबई और ठाणे में मतदान बहुत कम हुआ है।
वोट प्रतिशत से भाजपा को क्या फायदा?
फडणवीस का मानना है कि वोट प्रतिशत के बढ़ने से भाजपा को लाभ मिलता है। इससे साफ नजर आ रहा है कि इस बार के चुनाव से भाजपा गठबंधन को अच्छा-खासा फायदा मिलेगा।
मोहन भागवत से मिले फडणवीस
मतदान के बाद फडणवीस आरएसएस मुख्यालय पहुंचे और संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। सूत्रों का मानना है कि इस मीटिंग में मोहन भागवत के साथ वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी भी शामिल थे। यह मीटिंग महज 20 मिनट की थी। हालांकि, इस मुलाकात को लेकर भाजपा नेता की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है।
चर्चा इस बात की है कि फडणवीस को मुख्यमंत्री पद के लिए आरएसएस का समर्थन मिल चुका है। दरअसल, चुनाव के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा था कि वह सीएम पद की रेस में नहीं है। अगर इस चुनाव में महायुति को बहुमत मिला तो इस बार सीएम बनने का मौका देवेंद्र फडणवीस को मिल सकता है। हालांकि, इस पर अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है।