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महाराजगंज विधानसभा: कांग्रेस फिर फेल करेगी NDA का दांव?

महाराजगंज विधानसभा से विजय शंकर दुबे विधायक हैं। विधानसभा में इस बार क्या समीकरण बन रहे हैं, मुद्दे क्या हैं, कौन सी पार्टियां चुनावी रेस में हैं, समझिए।

Maharajganj Assembly

महाराजगंज विधानसभा। (Photo Credit: Khabargaon)

बिहार के सिवान जिले की सबसे चर्चित विधानसभाओं में से एक है महाराजगंज। यह महाराजगंज संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद महाराजगंज और भगवानपुर हाट ब्लॉक को इसमें शामिल किया गया। महाराजगंज विधानसभा की सीट संख्या 112 है। यह सीट, एक जमाने में जेडीयू का गढ़ रही है लेकिन अब कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा है। यहां की ज्यादातर आबादी ग्रामीण है, शहर से यह विधानसभा  नजदीक है।

महाराजगंज विधानसभा से सिवान की दूरी 25 किलोमीटर है, वहीं पटना से दूरी 120 किलोमीटर है। यूपी के गोरखपुर जिले से यहां की दूरी 110 किलोमीटर है। देवरिया भी 70 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां की प्रमुख नदियों में गंडक शामिल है। साल 1951 में यह विधानसभा अस्तित्व में आई थी। यहां की ज्यादातर आबादी खेती करती है। रोजगार के लिए शहरी निर्भरता ज्यादा है। यहां का एक बड़ा हिस्सा कस्बाई है, जिसकी वजह से व्यापार भी अच्छा है। छोटे गांव सड़क से जुड़े हैं।

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यहां धान-गेहूं की पारंपरिक खेती होती हैं। यहां चावल मिल भी है। स्थानीय उद्योग भी बेहतर हैं। पड़ोसी शहरों से नजदीकी की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति, अन्य विधानसभाओं की तुलना में बेहतर है। रोजगार और उद्योग के साधन भी हैं। यहां से छपरा 45 किलोमीटर और गोपालगंज लगभग 38 किलोमीटर दूर हैं।

सामाजिक ताना-बाना 

महाराजगंज में ग्रामीण मतदाता ज्यादा हैं। शहरी वोटरों की संख्या सिर्फ 5.91 प्रतिशत है। विधानसभा में अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी आबादी है। यादव मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। 13 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। महाराजगंज विधानसभा में कुल 525485 वोटर हैं, पुरुष मतदाताओं की संख्या 269376 है, वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 256109 है। 

विधायक का परिचय 

महाराजगंज विधानसभा से विजय शंकर दुबे विधायक हैं। वह बीएससी स्नातक हैं। उन्होंने राजेंद्र कॉलेज छपरा से पढ़ाई की है। वह बिहार यूनिवर्सिटी से पढ़ें हैं। उन्होंने अपनी कुल संपत्ती 5 करोड़ से ज्यादा घोषित की है। कांग्रेस के सक्रिय नेता हैं। राहुल गांधी के साथ वोटर अधिकार यात्रा में कदम से कदम मिलाकर चले।

 

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मुद्दे क्या हैं?

महाराजगंज में भी पलायन बड़ा मुद्दा है। रोजगार और शिक्षा स्वास्थ्य की भी मांग होती है। कुछ इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। साल 2015 के चुनाव में जीडीयू के हेम नारायण सिंह यहां से जीते थे। तब बीजेपी उम्मीदवार देव रंजन सिंह दूसरे स्थान पर थे। 


2020 का चुनाव कैसा था?

साल 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के विजय शंकर दुबे यहां से चुनाव जीते थे। उन्हें कुल 48825 मत हासिल हुए थे। जेडूयी के हेम नारायण सिंह 46849 मतों के साथ दूसरे नंबर पर थे। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी से देव रंजन सिंह चुनाव लड़े थे। उन्हें 7714 मत पड़े। 

अब क्या समीकरण बन रहे हैं?

NDA ने अभी तक अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। यह जेडीयू की पारंपरिक सीट रही है, ऐसे में सीट में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है। ऐसा हो सकता है कि जेडीयू ही इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारे। इंडिया ब्लॉक की ओर से विजय शंकर दुबे का नाम ही तय माना जा रहा है।

 

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विधानसभा का इतिहास

महाराजगंज में अब तक 17 विधानसभा चुनाव हुए हैं। जेडूयी ने पांच बार जीत हासिल की है, जिसमें 2000 में समता पार्टी के बैनर तले एक जीत भी शामिल है। कांग्रेस और जनता पार्टी ने तीन-तीन जीत हासिल की हैं। जनता दल ने दो बार जीत हासिल की है। किसान मजदूर प्रजा पार्टी, स्वतंत्र पार्टी, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी और भारतीय क्रांति दल ने एक-एक बार जीत हासिल की है। आरजेडी और बीजेपी को यहां जीत नहीं मिली है।  2020 में, जेडूयी की जीत का सिलसिला तब टूट गया था। कांग्रेस उम्मीदवार विजय शंकर दुबे यहां से चुनाव जीते थे। 

  • 1952 विधानसभा चुनाव: महामाया प्रसाद सिन्हा, किसान मजदूर प्रजा पार्टी
  • 1957 विधानसभा चुनाव: अनुसूया देवी, कांग्रेस
  • 1962 विधानसभा चुनाव: उमाशंकर प्रसाद, स्वतंत्र पार्टी
  • 1967 विधानसभा चुनाव: कौशलेंद्र प्रताप शाही, प्रजा समाजवादी पार्टी
  • 1969 विधानसभा चुनाव: महामाया प्रसाद सिन्हा, भारतीय क्रांति दल
  • 1972 विधानसभा चुनाव: अनुसूया देवी, कांग्रेस
  • 1977 विधानसभा चुनाव: उमाशंकर सिंह, जनता पार्टी
  • 1980 विधानसभा चुनाव: उमाशंकर सिंह, जनता पार्टी
  • 1985 विधानसभा चुनाव: उमाशंकर सिंह, जनता पार्टी
  • 1990 विधानसभा चुनाव: उमाशंकर सिंह, जनता दल
  • 1995 विधानसभा चुनाव: बैद्यनाथ पांडे, जनता दल
  • 2000 विधानसभा चुनाव: उमाशंकर सिंह, समता पार्टी
  • 2005 विधानसभा चुनाव: दामोदर सिंह, जेडीयू
  • 2005 विधानसभा चुनाव (पहला): दामोदर सिंह, जेडीयू
  • 2010 विधानसभा चुनाव (दूसरा): दामोदर सिंह, जेडीयू
  • 2015 विधानसभा चुनाव: हेमनारायण साह, जेडीयू
  • 2020 विधानसभा चुनाव: विजय शंकर दुबे, कांग्रेस

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