महाराष्ट्र और झारखंड के एग्जिट पोल्स पर सबकी नजरें टिकीं हैं। 23 नवंबर को इन सीटों पर चुनावों के नतीजे आएंगे लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल्स के नतीजे जारी हो जाएंगे। अलग-अलग सर्वे एजेंसियों के लोगों ने वोटरों के मिजाज को टटोलने की कोशिश की है। एग्जिट पोल्स कभी सटीक होते हैं, कभी नहीं होते हैं। ऐसे में एक बार चुनाव के इन पूर्वानुमानों का इतिहास खंगाल लेते हैं कि महाराष्ट्र और झारखंड पर लगाए गए चुनाव पूर्व अनुमान, कितने सटीक हुए हैं।
झारखंड में कितना सटीक था 2019 का एग्जिट पोल?
झारखंड में साल 2019 में विधानसभा चुनाव हुए थे। 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच हुए इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनी थी। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली जेएमएम के पास 30 सीटें आईं, बीजेपी ने 25 सीटें हासिल की थीं। कांग्रेस की 16 सीटों पर जीत हुई थी।
सर्वे में कितनी सीटें दिखाई गई थीं?
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने दावा किया था कि यूपीए की 43 सीटें आ सकती हैं, वहीं बीजेपी 27 सीटें जीत सकती है। एबीपी-वोटर ने अनुमान लगाया था कि यूपीए 35 सीटें हासिल करेगी, बीजेपी 32 सीटें हासिल करेगी। टाइम्स नाउ ने अनुमान लगाया था कि यूपीए 44 सीटों पर जीत हासिल करेगी, बीजेपी 28 सीटें जीत सकेगी।
महाराष्ट्र के लिए कैसे थे 2019 के नतीजे?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी 105 सीटें जीती थी, वहीं शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। इंडिया टुडे-एक्सिस ने दावा किया है था कि NDA (शिवसेना और भाजपा) को 166-194 सीटें मिलेंगी। यूपीए (कांग्रेस-एनसीपी) को 72-90 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। न्यूज18-IPSOS ने एनडीए को 243 और यूपीए को 41 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। रिपब्लिक-जन की बात ने एनडीए को 216-230 और एनडीए को 52-59 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। टाइम्स नाउ ने एनडीए को 230 और यूपीए को 48 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। एबीपी न्यूज-सी वोटर ने एनडीए को 204 और यूपीए को 69 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था।