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महाराष्ट्र में 'गद्दारी' का राग क्यों अलाप रहे संजय राउत?

इस बार पूरे चुनाव प्रचार के बीच उद्धव गुट और कांग्रेस के कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे को गद्दार कहते हुए नारे लगाते हुए दिखे थे। लेकिन इस चुनाव में जनता ने शिंदे वाली शिवसेना को 56 सीटें देकर साफ कर दिया है कि बाल ठाकरे की विरासत को भी वही आगे ले जा सकते हैं और शिवसेना के सिंबल के साथ में जनता भी उन्हीं के साथ है।

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उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे। Source- PTI

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम आज जारी हो रहे हैं। परिणामों ने देश के आर्थिक राज्य महाराष्ट्र में लगभग तस्वीर साफ कर दी है। बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन महायुति प्रचंड बहुमत की ओर बढ़ रहा है और सरकार बनाने की स्थिति में है। चुनाव आयोग के अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक महायुति 217 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं, इंडिया गठबंधन को महाराष्ट्र की जनता ने नकार दिया है और उसे महज 52 सीटों पर बढ़त हासिल है।

 

महायुति में शामिल बीजेपी के 124, शिवसेना (शिंदे गुट) को 56 और अजित पवार की एनसीपी को 37 सीटों पर बढ़त मिली हुई है। महाराष्ट्र की जनता ने अलगे पांच सालों के लिए अपनी सरकार पर मुहर लगा दी है। बहुमत के अलावा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ने कई चीजों पर भी मुहर लगाई है। इसमें यह साफ हो गया कि असली शिवसेना और असली एनसीपी किसकी है। महाराष्ट्र की जनता ने असली पार्टियों पर भी अपनी महर लगाई है।

गद्दार कहकर संबोधित किया

दरअसल, जब से (2022) शिवसेना में दो फाड़ हुई है तब से ही एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे अपने आप को असली शिवसेना बताते रहे हैं। दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। उद्धव ठाकरे ने खुद एकनाथ शिंदे को कई बार गद्दार कहकह संबोधित किया है। वो अपनी सार्वजिनक रैलियों में भी शिंदे को गद्दार कहते हुए दावा करते रहे हैं कि जनता उनका साथ नहीं देगी। 

 

इस बार पूरे चुनाव प्रचार के बीच उद्धव गुट और कांग्रेस के कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे को गद्दार कहते हुए नारे लगाते हुए दिखे थे। लेकिन इस चुनाव में जनता ने शिंदे वाली शिवसेना को 56 सीटें देकर साफ कर दिया है कि बाल ठाकरे की विरासत को भी वही आगे ले जा सकते हैं और शिवसेना के सिंबल के साथ में जनता भी उन्हीं के साथ है। 

यह जनता का फैसला नहीं

दूसरी तरफ महाराष्ट्र के आ रहे रूझानों के बीच शिवसेना (यूटीबी) सांसद संजय राउत ने कहा कि यह जनता का फैसला नहीं है बल्कि कुछ तो गड़बड़ है। यह महाराष्ट्र की जनता का फैसला नहीं हो सकता। हम जानते हैं कि महाराष्ट्र की जनता क्या चाहती है।

राउत ने शिंदे को फिर गद्दार बताया 

राउत ने कहा कि गद्दारों को इनती सीटें नहीं मिल सकतीं। राउत ने कहा कि हम जो देख रहे हैं, उससे लगता है कि कुछ गड़बड़ है। यह जनता का फैसला नहीं था। हर कोई समझ जाएगा कि यहां क्या गड़बड़ है। महायुति ने ऐसा क्या किया कि उन्हें 120 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं? ऐसा कैसे है कि महाराष्ट्र में एमवीए को 75 सीटें भी नहीं मिल रही हैं?

गड़बड़ी का आरोप लगाया

शिवसेना यूबीटी नेता ने आगे कहा कि उन्होंने कुछ 'गड़बड़' किया है। उन्होंने हमारी कुछ सीटें चुरा ली हैं। यह जनता का फैसला नहीं हो सकता। यहां तक ​​कि जनता भी इन नतीजों से सहमत नहीं है।  नतीजे सामने आने के बाद हम और बात करेंगे। हर चुनावी सीट पर पैसे गिनने वाली मशीनें लगाई गई थीं। क्या यह संभव है कि शिंदे को 60 सीटें मिलें, अजित पवार को 40 सीटें मिलें और बीजेपी को 125 सीटें मिलें? इस राज्य के लोग बेईमान नहीं हैं। हमें महाराष्ट्र के लोगों पर भरोसा है।

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