वादा- सफाई कर्मचारी की मौत पर 1 करोड़ का मुआवजा
'शहर को साफ रखने में सफाई कर्मचारी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हम उनके योगदान को सलाम करते हैं और उन सभी सफाईकर्मियों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देंगे, जिनकी ड्यूटी करते समय मृत्यु हो जाती है।'
पहले मिलता था 50 लाख मुआवजा
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले सफाई कर्मचारी की मौत पर परिजनों को 1 करोड़ का मुआवजा देने का वादा किया था। इससे पहले 50 लाख रुपये का मुआवजा मिलता था।
क्या है जमीनी हकीकत?
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने कितने सफाई कर्मचारियों की मौत पर 1 करोड़ का मुआवजा दिया है, इसका कोई डेटा सार्वजनिक रूप से मौजूद नहीं हैं। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स खंगालने पर पता चलता है कि कुछ ही सफाई कर्मचारियों के परिजन को 1 करोड़ का मुआवजा मिला है।
आम आदमी पार्टी के इस वादे को लेकर जब हमने इंटरनेट पर ढूंढा तो 20 अक्टूबर 2023 की एक मीडिया रिपोर्ट मिली। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने तब तक कोविड में मारे गए 92 कर्मचारियों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया था। ये रिपोर्ट बताती है कि इन 92 में से 17 कर्मचारी दिल्ली नगर निगम के थे। इनमें से भी सफाई कर्मचारी सिर्फ 3 ही थे, जिनके परिजन को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा मिला था।

जब दिल्ली हाईकोर्ट ने मांगा था जवाब
बात नवंबर 2023 की है। एमसीडी में सफाई कर्मचारी के रूप में काम कर रहे एक शख्स की मौत कोविड के दौरान हो गई थी। उसकी पत्नी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर 1 करोड़ के मुआवजे की मांग की थी। तब एमसीडी की ओर से पेश वकील ने कहा था कि महिला को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है। हालांकि, महिला का कहना था कि दिल्ली सरकार ने 1 करोड़ के मुआवजे की घोषणा की थी, जो अब तक नहीं मिला है। इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। हालांकि, जब इस केस के बारे में ढूंढने की कोशिश की तो कोई अपडेट नहीं मिला।

क्या वादा भूल गए केजरीवाल?
केजरीवाल के इस वादे को लेकर हमने वाल्मीकी समाज सेना के प्रदेश महासचिव राज कुमार बिड़ला से बात की। उन्होंने केजरीवाल पर वादा तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'कोविड में 57 सफाई कर्मचारियों की मौत हुई थी लेकिन किसी के भी परिजन को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा नहीं दिया गया।'
बिड़ला ने कहा, 'सिर्फ गिने-चुनों को ही मुआवजा मिला है। बाकि किसी को नहीं दिया। पहले तो ये कहते थे कि एमसीडी हमारे अधीन नहीं है, इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते लेकिन अब तो एमसीडी पर भी इनका कब्जा है। उसके बावजूद सफाई कर्मचारियों को फायदा नहीं मिल रहा है।'
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 'केजरीवाल ने सफाई कर्मचारियों को रेगुलर करने का वादा भी किया था, मगर इसे भी पूरा नहीं किया। चुनाव आते ही कुछ कर्मचारियों को रेगुलर कर दिया जाता है।' बिड़ला ने आरोप लगाया कि जिनके दम पर केजरीवाल सत्ता में आए थे, अब उन्हीं का शोषण कर रहे हैं।