दिल्ली की वजीरपुर विधानसभा सीट औद्योगिक इलाकों में से एक है। इस विधानसभा सीट से कुल 9 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस की चर्चित प्रवक्ता रागिनी नायक इसी सीट से उम्मीदवार हैं तो आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन बार के विधायक राजेश गुप्ता भी सियासी मैदान में हैं।
वजीरपुर विधानसभा सीट पर इस बार इस सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। राजेश गुप्ता आम आदमी पार्टी के दिल्ली उपाध्यक्ष भी हैं। वह आप के प्रवक्ता भी हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने अपनी प्रवक्ता रागिनी नायक को उतारा है।
इस विधानसभा में आधुनिक भारत के साथ-साथ मुगल कालीन विरासत की भी झलक मिलती है। इस विधानसभा की सीट संख्या 17 है। यह विधानसभा उत्तर पश्चिमी दिल्ली के अंतर्गत आती है। यहां की स्टील फैक्ट्रियां मशहूर हैं। अशोक विहार, भारत नगर, केशवपुरम जैसे इलाके इसी सीट के अंतर्गत आते हैं। इस विधानसभा सीट में 4 वार्ड हैं, निरमी कॉलोनी, सावन पार्क, वजीरपुर और अशोक विहार।
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कैसा है सीट का इतिहास?
वजीरपुर विधानसभा सीट साल 1993 में अस्तित्व आई थी। साल 1993 और 1998 के विधानसभा चुनावों में दीप चंद बंधु यहां से जीते थे। वह कांग्रेस पार्टी से थे। साल 2003 में बीजेपी को यहां से पहली बार जीत मिली। तब मांगे राम गर्ग यहां से चुने गए।
साल 2008 के विधानसभा चुनाव में हरि शंकर गुप्ता कांग्रेस पार्टी से चुने गए। बीजेपी के महेंद्र नागपाल साल 2013 में यहां से जीते। साल 2015 और 2020 के चुनाव में राजेश गुप्ता जीते। वह आम आदमी पार्टी से हैं। तीसरी भार वे इसी विधानसभा सीट से ताल ठोक रहे हैं।
जातीय समीकरण क्या हैं?
वजीरपुर विधानसभा में कुव वोटरों की संख्या 1, 62,596 है। यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या करीब 93592 है। अनुसूचित जाति की आबादी 25 फीसदी है। वैश्य समाज की आबादी 12 फीसदी है। सिख समुदाय यहां 3 फीसदी है। गुर्जर 4 फीसदी, जाट 1 फीसदी, ओबीसी 25 फीसदी हैं। पंजाबियों की आबादी 17 फीसदी है। मुस्लिम 5 फीसदी हैं। अन्य 8 फीसदी हैं।
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कैसा था साल 2020 का चुनाव?
2020 के चुनाव में राजेश गुप्ता चुनाव जीते थे। आम आदमी पार्टी को यहां 57,331 वोट पड़े थे। दूसरे नंबर पर बीजेपी के महेंद्र नागपाल थे, जिन्हें 45641 वोट पड़े। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के हरि किशन जिंदल थे, जिन्हें सिर्फ 3501 वोट पड़े।
मुद्दे क्या हैं?
वजीरपुर दिल्ली के औद्योगिक इलाकों में से एक है। यहां पीतल और बर्तन बनाने का काम होता है। गलियों की साफ सफाई, सड़कों की मरम्मत, पार्कों की साफ सफाई भी मुद्दा है। सड़कों पर अतिक्रमण की भी समस्या है। कुछ इलाके यहां बेहद उन्नत हैं तो भीतरी इलाकों में आज भी विकास की दरकार है। औद्योगिक इलाका होने की वजह से यहां प्रदूषण की भी समस्या बनी रहती है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स दिल्ली के अन्य इलाकों की तुलना में ज्यादा खराब रहता है।
2025 में कौन-कौन लड़ रहा है चुनाव?
वजीरपुर विधानसभा सीट से कुल 9 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस पार्टी ने अपनी प्रवक्ता रागिनी नायक को इस सीट से उतारा है। भारतीय जनता पार्टी ने पूनम शर्मा को टिकट दिया है। बसपा ने हीरा लाल को उतारा है। आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर राजेश गुप्ता पर भरोसा जताया है।