महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर सस्पेंस 7वें दिन भी खत्म नहीं हुआ है। महायुति के तीन बड़े चेहरे हैं, अजित पवार, एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस। तीनों ने संयुक्त रूप से कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई रार नहीं है, महायुति ही फैसला कर लेगी। दिल्ली में गुरुवार को अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में महायुति की बैठक बुलाई गई थी।
महायुति की केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक सकारात्मक रही। एकनाथ शिंदे ने जोर देकर कहा है कि मुख्यमंत्री पद के लिए अंतिम नाम बाद में होने वाली एक और बैठक में तय किया जाएगा।
एकनाथ शिंदे ने कहा, 'बैठक अच्छी और सकारात्मक रही। यह पहली बैठक थी। हमने अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ चर्चा की। महायुति की एक और बैठक होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस बारे में फैसला लिया जाएगा। बैठक मुंबई में होगी।'
'लाड़ला भाई बनकर खुश हैं एकनाथ'
एकनाथ शिंदे ने दोहराया कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बाधा नहीं है। उनके लिए 'लाडला भाई' एक ऐसा पद है जो किसी भी अन्य चीज से ज्यादा मायने रखता है। बैठक से पहले शिंदे ने कहा,'मैंने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी थी कि महायुति के मुख्यमंत्री को लेकर कोई बाधा नहीं है। उन्होंने कहा कि यह 'लाडला भाई' दिल्ली आ गया है और 'लाडला भाई' मेरे लिए किसी भी अन्य चीज से ज्यादा अहमियत रखता है। एकनाथ शिंदे ने बुधवार को ही साफ कह दिया है कि जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह देंगे, वही सीएम होगा, इसे लेकर कोई भी भ्रम नहीं है।
महायुति की बैठक में कौन-कौन मौजूद थे?
अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में गुरुवार को महायुति गठबंधन की पहली आधिकारिक बैठक हुई थी। एकनाथ शिंदे, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस, एनसीपी प्रमुख अजित पवार और अन्य महायुति नेताओं ने हिस्सा लिया था। बैठक के बाद एकनाथ शिंदे, फडणवीस और अजित पवार देर रात राष्ट्रीय राजधानी से रवाना हो गए।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को महायुति गठबंधन में शामिल तीनों राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की है। ऐसे दावे किए जा रहे हैं मुख्यमंत्री बीजेपी से ही होगा। अमित शाह ने दो उपमुख्यमंत्रियों की मंजूरी दी है। एक शिवसेना का होगा, दूसरा एनसीपी से होगा।
शनिवार को मुंबई में बीजेपी के विधायक दल की बैठक होगी, मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा चुना जाएगा। देवेंद्र फडणवीस पहले ही कह चुके हैं कि महायुति के बीच कोई आंतरिक मतभेद नहीं है। नेताओं से बातचीत के बाद जल्द ही फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हमारे महायुति गठबंधन में कभी भी मतभेद नहीं रहा। हमने हमेशा सामूहिक रूप से निर्णय लिए हैं। चुनाव से पहले हमने घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री पद के बारे में फैसला, नतीजों के बाद ही लिया जाएगा।'
महायुति में सहमति लेकिन सीएम चुनने में देरी क्यों?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे 23 नवंबर को आए थे। बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने अभी सीएम पद को लेकर सहमति नहीं बनाई है। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटे हैं, जिनमें से 235 महायुति की सीटें हैं। बीजेपी 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। एकनाथ शिंदे की शिवसेना 57 और अजित पवार की एनसीपी के पास 41 सीटें हैं। अब देखने वाली बात यह होती है कि सीएम किस पार्टी से होता है।