बिहार विधानसभा चुनाव की लड़ाई अब भाई बनाम भाई पर आ गई है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव और जन शक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव एक-दूसरे के खिलाफ जमकर हमला बोल दिया है। तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप यादव की दावेदारी का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि कोई कुछ भी नहीं है, महुआ से लालटेन को ही जीत मिलेगी। अब तेज प्रताप यादव ने अपने भाई तेजस्वी यादव पर कहा है कि उनके दूध के दांत अभी नहीं टूटे हैं। वह अपरिपक्व हैं और उन्हें मिस गाइड किया गया है। उन्होंने अपने भाई को दुधमुंहा बच्चा बताया है और कहा कि अभी उसके दूध का दांत तक नहीं टूटा है।
तेज प्रताप यादव ने कहा, 'हमारे छोटे और नादान भाई तेजस्वी ने आज महुआ में कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है। हम अपने छोटे भाई को यह कहना चाहेंगे कि पार्टी से बड़ी हमारी जनता मालिक होती है। लोक तंत्र में सबसे बड़ी केवल जनता होती है, कोई पार्टी या परिवार नहीं।'
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तेज प्रताप यादव:-
लोकतंत्र में सबसे बड़ी केवल जनता होती है, कोई पार्टी या परिवार नहीं। महुआ मेरी राजनैतिक कर्मभूमि है, महुआ मेरे लिए पार्टी और परिवार से कहीं बढ़कर है। पार्टी केवल एक व्यवस्था है, महुआ मेरे लिए पार्टी और परिवार से कहीं बढ़कर है।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा था, जिस पर भड़के तेज प्रताप
तेजस्वी यादव ने कहा, 'चाहे कोई आए या जाए, पार्टी से बड़ा कोई नहीं है। पार्टी ही माई-बाप है। पार्टी है तो सब है। पार्टी नहीं है तो कोई कुछ नहीं है। लालटेन का झंडा महुआ से लहराएगा। कोई कनफ्यूजन नहीं रखना है। लालटेन उठेगा तब न तेजस्वी अपनी सरकार बनाएगा।'
क्यों भिड़ गए हैं दोनों भाई?
तेजस्वी यादव महुआ में राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी मुकेश रौशन के प्रचार में पहुंचे थे। तेज प्रताप यादव राष्ट्रीय जनता दल से निष्कासित हो चुके हैं, उन्होंने जन शक्ति जनता दल नाम से अलग पार्टी बनाई है। वह महुआ से चुनावी मैदान में उतरे हैं। तेजस्वी यादव उन्हीं के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर आए हैं। यही बात तेज प्रताप यादव को खटक गई है। दोनों भाई एक-दूसरे के खिलाफ अब बयानबाजी कर रहे हैं।
तेज प्रताप यादव यह मानते हैं कि पार्टी से उन्हें बेदखल कराने वालों में तेजस्वी यादव भी शामिल हैं। वह आरजेडी के राज्यसभा सांसद सजंय यादव को असली विलेन मानते हैं और जयचंद कहते हैं। तेजस्वी यादव का मानना है कि पारिवारिक कलह की असली वजह संजय यादव हैं।