बांद्रा पुलिस ने रविवार को ठाणे से मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को गिरफ्तार किया था। शहजाद के बांग्लादेशी नागरिक होने का शक है। शहजाद पर 16 जनवरी को घर में घुसकर सैफ अली खान पर हमला करने का आरोप है। रविवार को कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया।
वकीलों में हुई धक्का-मुक्की
पेशी के दौरान शहजाद को कोर्ट रूम के पिछले हिस्से में बने आरोपियों के बक्से में ले जाया गया। इस बीच एक वकील ने खुद को शहजाद का वकील बताया। हालांकि, तब तक शहजाद ने वकालतनामा पर दस्तखत नहीं किए थे। इसी बीच एक दूसरा वकील धक्का-मुक्की करते हुए शहजाद के पास पहुंचा और वकालतनामा पर उसके दस्तखत ले लिए। इससे कन्फ्यूजन हो गया कि शहजाद की तरफ से केस कौन लड़ेगा? इसके बाद कोर्ट ने दोनों वकीलों को ही शहजाद की पैरवी करने का सुझाव दिया। कोर्ट के सुझाव को दोनों वकीलों ने मान लिया।
सैफ अली खान पर कैसे हुआ था हमला?
सैफ अली खान पर 16-17 जनवरी की रात करीब 2.30 बजे हमला हुआ था। बताया जा रहा है कि हमलावर चोरी करने के इरादे से घर में घुसा था। हमलावर ने सैफ के बाएं हाथ, पीठ, गर्दन और सिर पर चाकू से 6 वार किए थे। सैफ पर ये हमला बांद्रा स्थित उनके घर पर हुआ था। पुलिस ने बताया कि हमलावर ने घर में घुसने के लिए उन सीढ़ियों का इस्तेमाल किया, जिन्हें आग लगने की स्थिति में इस्तेमाल किया जाता है।
माना जा रहा है कि आरोपी चोरी करने के इरादे से घर में घुसा था। सैफ के छोटे बेटे जेह की नैनी एलियामा फिलिप ने सबसे पहले हमलावर का सामना किया था। हमलावर ने उनसे 1 करोड़ रुपये मांगे थे। तभी सैफ आ गए और हमलावर ने उनपर हमला कर दिया। CCTV फुटेज में हमलावर बिल्डिंग की सीढ़ियों से ही उतरता दिख रहा है। उसने ब्राउन रंग की टीशर्ट पहनी थी और लाल रंग का गमछा डाला था। पुलिस का मानना है कि वहां से भागने से पहले हमलावर ने कपड़े बदल लिए होंगे।
सैफ पर हमला करने के बाद आरोपी तीन दिन तक पुलिस की पकड़ से बचा रहा। इस बीच पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था, जिसकी शक्ल हमलावर से मिलती-जुलती थी। हालांकि, बाद में उसे छोड़ दिया गया। आखिरकार रविवार को ठाणे से सैफ के हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया।