बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री रेखा अपने दौर की बेहतरीन एक्ट्रेसेस में से एक हैं। उनकी खूबसूरती और एक्टिंग के लोग दीवाने थे। वह जो रोल करती वो हिट हो जाता था। उन्हें फिल्म 'उमराव जान' के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। फिल्म में उन्होंने तवायफ का किरदार निभाया था। उनके साथ इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, फारुख शेख और राज बब्बर मुख्य भूमिका में थे।
रेखा ने उस दौरान एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें नहीं लगता है कि वह इस अवॉर्ड के हकदार थीं। हालांकि उन्होंने इस अवॉर्ड को एक्सेप्ट किया था। उनका कहना था कि उन्हें उर्दू तक ढंग से बोलनी नहीं आती थी। उनकी एक्टिंग भी एवरेज थी। पत्रकार और लेखक हनीफ जावेरी ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में कहा कि उस समय में कहा जाता था कि ये अवॉर्ड रेखा को अमिताभ बच्चन की वजह से मिला था। आइए जानते हैं उन्होंने ऐसा क्यों कहा।
क्या अमिताभ की वजह से मिला था रेखा को नेशनल अवॉर्ड
उस समय में रेखा और अमिताभ के प्यार की खबरें सुर्खियों में थी। ऐसा कहा जाता था कि उस दौरान बिग बी कई प्लेटफॉर्म पर रेखा को प्रमोट करते थे। जब हनीफ से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अमिताभ उस समय में भी बहुत पावरफुल व्यक्ति थे। उनका सीधा कनेक्शन पूर्व प्रधानमंत्री से था'। उन्होंने कहा, 'मैंने तो दबी आवाज में ये भी सुना था कि शशि कपूर की पत्नी जेनिफर कपूर थी जिन्हें ये अवॉर्ड 'छत्तीस चौरंगी लेने' के लिए मिलना था। ऐसा कहा जाता है कि अमिताभ ने अपने पावर का इस्तेमाल कर ये अवॉर्ड रेखा को 'उमराव जान' के लिए दिलवाया था।
उन्होंने कहा, 'ये बात इसलिए भी सही है क्योंकि ये बात मुझे शशि कपूर ने अपने एक इंटरव्यू में ये कही थी।' उन्होंने कहा था, 'जब 1986 में 'न्यू दिल्ली टाइम्स' के लिए जब उनको नेशनल अवॉर्ड मिला तो वो काले कपड़े में काला रिबन बांधकर अवॉर्ड लेने गए थे। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि ये अवॉर्ड उनकी वाइफ था लेकिन उन्हें नहीं मिला था। इस बात का उन्हें दुख था'।
पत्रकार हनीफ ने आगे कहा, 'शशि जी मेरे अच्छे दोस्त थे। वो कई बार ऐसी चीजें कह देते थे और मुझसे कहते थे कि तुम जर्नलिस्ट हो। छाप मत देना। मैं उन्हें बहुत मिस करता हूं। वहीं, बात रेखा करें तो उन्होंने अब फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली हैं। हालांकि वह रियलिटी शो में बतौर स्पेशल गेस्ट नजर आती हैं। उन्होंने 2024 के IIFA अवॉर्ड में भी परफॉर्म पर किया था।