बच्चों में सोशल मीडिया का क्रेज बढ़ता जा रहा है। कई माता-पिता अपने बच्चों की सोशल मीडिया के लत से परेशान भी नजर आते हैं। इसी बात को ध्यान में ऑस्ट्रेलिया ने देशभर में सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर आयु सीमा का नियम बना दिया है। इसमें 16 या इससे कम उम्र के बच्चे सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। ऑस्ट्रेलियाई पार्लियामेंट द्वारा पारित किए गए कानून को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और ऑनलाइन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया में यह कानून TikTok, फेसबुक, स्नैपचैट, रेडिट, X और इंस्टाग्राम पर लागू होगा। अगर ये सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस नियम उल्लंघन करते हुए पाए जाते हैं तो सरकार उनपर 50 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (33 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना वसूल करेगी। बता दें कि इस बिल को सेनेट में 19 मतों के मुकाबले 34 मत पड़े और प्रतिनिधि सभा ने 13 मतों के मुकाबले 102 मतों से विधेयक को भारी बहुमत से मंजूरी दे दी। यह फैसला दुनियाभर में इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि ऐसा करने वाला ऑस्ट्रेलिया विश्व में सबसे पहला देश बन गया है।
मीडिया से बात करते हुए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि यह कानून उन अभिभावकों का समर्थन करता है जो अपने बच्चों को ऑनलाइन होने वाले नुकसान से चिंतित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ‘अब प्लेटफॉर्म की सामाजिक जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि हमारे बच्चों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है।’
अन्य देशों में सोशल मीडिया के इस्तेमाल से जुड़े नियम
भारत में बच्चों के द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम, 2000 के तहत कोई स्पष्ट आयु सीमा निर्धारित नहीं है। अधिकांश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, और यूट्यूब ने अपनी नीतियों में 13 साल की न्यूनतम आयु सीमा तय की है। साथ ही इसमें बच्चों को ऑनलाइन शोषण, साइबर क्राइम और साइबर बुलिंग से बचाने के लिए भी नियम तय हैं।
भारत सहित नॉर्वे में पिछले महीने सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि बच्चों के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल के लिए आयु सीमा 13 से बढ़ाकर 15 साल हो। हालांकि, बच्चे इस आयु सीमा से कम हैं तो माता-पिता को अकाउंट बंद करने की अनुमति होगी।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस ने एक कानून पास किया है, जिसके अनुसार 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी होगी। इसके साथ अप्रैल 2023 में, एक पैनल ने बच्चों के लिए कड़े नियम बनाने की सिफारिश की, इसमें 11 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मोबाइल फोन पर पूरी तरह से प्रतिबंध और 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इंटरनेट वाले फोन पर रोक जैसे सुझाव शामिल हैं।
सोशल मीडिया का इस्तेमाल बच्चों के लिए कितना खतरनाक?
बच्चों के लिए सोशल मीडिया कितना खतरनाक है इसपर कई संस्थानों द्वारा स्टडी की गई है। इसमें वर्ष 2021 में अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा किए गए स्टडी में बताया गया कि अधिक सोशल मीडिया के इस्तेमाल से बच्चों के विकासशील मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही सोशल मीडिया पर पोस्ट और लाइक पाने की लत बच्चों के आत्म-सम्मान पर बुरा असर डालती है। 2023 में अमेरिकन मेडिकल असोसिएशन द्वारा किए गए शोध में भी बताया गया था कि 3 घंटे या इससे अधिक समय तक सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने से बच्चों में चिंता और डिप्रेशन जैसी चिंताएं बढ़ जाती हैं।