जर्मनी के मैगडेबर्ग में शुक्रवार को भीड़भाड़ वाले क्रिसमस बाजार में एक व्यक्ति ने अपनी बीएमडब्ल्यू कार घुसा दी, जिसमें सात भारतीय नागरिकों सहित 200 से अधिक लोग घायल हो गए। कार से लोगों को रोंदने वाला एक सऊदी डॉक्टर है।
भारत ने इस हमले की निंदा करे हुए इसे भयावह और मूर्खतापूर्ण बताया है। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई। इस घटना में घायल हुए सात भारतीयों में से 3 को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि इंडियन मिशन घायलों के साथ लगातार संपर्क में बना हुआ है।
'भयानक और मूर्खतापूर्ण हमला'
भारत की ओर से इस हमले की कड़ी निंदा की गई। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा, 'हम जर्मनी के मैगडेबर्ग में क्रिसमस बाजार में हुए भयानक और मूर्खतापूर्ण हमले की निंदा करते हैं। कई कीमती जानें चली गईं और कई घायल हो गए। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों के साथ हैं।' विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया, 'हमारा मिशन घायल भारतीयों और उनके परिवारों के संपर्क में है और हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।'
पुलिस अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि 50 वर्षीय एक व्यक्ति ने सैक्सोनी-एनहाल्ट राज्य के मैगडेबर्ग में क्रिसमस बाजार में भीड़ पर अपनी कार चढ़ा दी। मरने वालों में एक 9 साल का बच्चा भी शामिल है।
2006 में आया था जर्मनी
बता दें कि संदिग्ध हमलावर, तालेब अल-अब्दुलमोहसेन ने हमले से कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर दावा किया था कि जर्मनी में कुछ बड़ा होने वाला है। वह अपने पोस्ट के जरिए लगातार यूरोप में मुस्लिम आप्रवासन को लेकर हमला करता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, आरोपी 2006 में जर्मनी आया था और बर्नबर्ग में मनोचिकित्सक के रूप में काम कर रहा था। आठ साल पहले एक इस्लामिक स्टेट के एक आतंकवादी ने बर्लिन के क्रिसमस बाजार में ट्रक घुसा दिया था, जिसमें 12 लोग मारे गए थे और 49 घायल हो गए थे।