एक स्टडी में सामने आया है कि जर्मनी में शादी के बाद नौकरी करने वाली महिलाओं की सैलरी में उल्लेखनीय गिरावट आती है। यह स्टडी कहती है कि शादी बाद महिलाओं की कमाई औसतन 20 फीसदी तक कम हो जाती है। यह रिपोर्ट म्यूनिख के आईएफओ इंस्टीट्यूट और ओस्लो विश्वविद्यालय ने अपनी स्टडी में तैयार की है।
स्टडी को 'मैरेज अर्निंग गैप' नाम दिया गया है। शोध में पता चला है कि महिलाओं की सैलरी की गिरावट में सबसे बड़ा कारण काम के घंटों में कमी (कम काम कर पाना), बढ़ी हुई जिम्मेदारियों की वजह से कार्यबल से पूरी तरह से अलग हो जाना बताया गया है। जबकि, इसमें बताया गया है कि पुरुषों की कमाई शादी के बाद भी नहीं बदलती या फिर बढ़ जाती है।
शादी के बाद कमाई का अंतर बढ़ा
पेंशन बीमा डेटा के आधार पर की गई इस स्टडी में सामने आया कि शादी के बाद पुरुषों और महिलाओं के बीच आय का अंतर काफी बढ़ जाता है, भले ही उनके बच्चे हों या नहीं हों। IFO शोधकर्ता एलेना हेरोल्ड ने कहा, 'हमारी स्टडी से पता चलता है कि बच्चों के जन्म के बावजूद शादी में पुरुषों और महिलाओं के बीच आय का अंतर बढ़ता है।'
यह भी पढ़ें: ‘क्रोम को बेच दो…’ अमेरिकी सरकार ने अदालत में क्यों दायर की याचिका
हेरोल्ड ने बताया कि महिलाओं की सैलरी में यह गिरावट केवल शादी से संबंधित बच्चे के जन्म के कारण नहीं है। यहां तक कि जब बच्चे के जन्म के कारक को हटा भी दिया जाता है, तब भी महिलाओं की कमाई में 20 फीसदी की कमी आती है। वहीं, जब इसमें बच्चे के जन्म को शामिल किया जाता है, तो सैलरी में गिरावट लगभग 50 फीसदी तक पहुंच जाती है।
लिव-इन में रहने से सैलरी कम नहीं होती
इसके अलावा स्टडी में ये भी आया है कि लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के दौरान सहवास करने से महिलाओं की सैलरी कम नहीं होती। हेरोल्ड ने बताया कि शादी द्वारा दी जाने वाली ज्यादा सरकारी कानूनी सुरक्षा संभवतः महिलाओं को ऑफिस में काम करने के लिए प्रेरित करकी है।
10 में से एक महिला शादी के बाद काम नहीं करती
महिलाओं की कमाई में गिरावट काम के घंटों में कमी की वजह से है। स्टडी के मुताबिक, दस में से एक महिला शादी के बाद पूरी तरह से काम करना बंद कर देती है, जबकि बाकी लगभग 20 फीसदी कम घंटे काम करती हैं। यह बदलाव कई सालों में धीरे-धीरे होता है।
इस बीच, महिलाएं घरेलू काम ज्यादा करने लगती हैं। अगर महिलाएं बच्चों की परवरिश नहीं भी कर रही हैं तो भी उनको घर में ज्यादा काम करना पड़ता है। इसमें पुरुषों के बीच घरेलू काम को लेकर कोई परिवर्तन नहीं होता।