• JERUSALEM 11 Oct 2025, (अपडेटेड 11 Oct 2025, 7:03 AM IST)
इजरायल और हमास के बीच हुए एक समझौते के बाद गाजा में युद्धविराम लागू हो गया है। इजरायली सेना ने अपनी कुछ सेनाएं गाजा के हिस्सों से वापस बुला ली हैं।
संघर्ष विराम समझौते के बाद गाजा लौट रहे फिलिस्तीनी। (Photo Credit: UNHRC)
इजरायल और हमास के बीच शुक्रवार सुबह से युद्ध विराम समझौता लागू हो गया है। इजरायली सेना ने गाजा के कुछ हिस्सों से अपने सैनिकों को पीछे हटा लिया है लेकिन अभी आधा गाजा उनके कब्जे में है। इस सीजफायर के तहत हजारों फिलिस्तीनी उत्तरी गाजा की ओर लौट रहे हैं। इस इलाके में महीनों से बमबारी हुई है, हजारों मौतें हुईं हैं।
यह सीजफायर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता के बाद हुए समझौते का हिस्सा है। इजरायल ने इस प्रस्ताव पर गुरुवार को मंजूरी दी। समझौते के पहले चरण में हमास को सोमवार दोपहर 12 बजे तक सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। बंधकों में 20 जीवित और 28 मृतकों के शव शामिल हैं।
इजरायल करीब 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जिनमें से 100 को वेस्ट बैंक और 5 को पूर्वी यरुशलम भेजा जाएगा। साथ ही, गाजा में हिरासत में लिए गए 1,700 अन्य फिलिस्तीनियों को भी रिहा किया जाएगा। समझौते के तहत, गाजा में हर दिन 600 ट्रक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी, जिससे वहां की भुखमरी और विस्थापन से जूझ रही आबादी को मदद मिल सके।
(Photo Credit: UNHRC)
अमेरिकी सैनिक करेंगे सीजफायर की निगरानी
अगस्त में संयुक्त राष्ट्र ने गाजा के कुछ हिस्सों में अकाल की घोषणा की थी। इन हिस्सों में 5 लाख से ज्यादा लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं। हालांकि, इजरायल ने भुखमरी के दावों को खारिज किया है। सीजफायर की निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिकों को इजरायल भेजा जाएगा।
इजरायली सेना ने कहा कि वह 'येलो लाइन' तक पीछे हटी है। यह लाइन अमेरिका के तय किए गए नक्शे का हिस्सा है। इस लाइन के तहत इजरायल अभी भी गाजा के 53 फीसदी हिस्से को नियंत्रित करेगा। उधर, हजारों फिलिस्तीनी पैदल ही उत्तरी गाजा की ओर लौट रहे हैं।
(Photo Credit: UNHRC)
खंडहर बने घरों की ओर लौट रहे फिलिस्तीनी
कई फिलिस्तीनी भारी तबाही झेलने के बाद अपने तबाह हो चुके घरों की ओर लौट रहे हैं। गाजा और रफाह जैसे शहर अब सिर्फ खंडहर हैं। वेस्ट बैंक में अब कुछ भी नहीं बचा है। हमास ने गाजा में किसी भी विदेशी हस्तक्षेप को खारिज करते हुए कहा कि गाजा का शासन पूरी तरह फिलिस्तीनी का मुद्दा है।
हमास का अंजाम क्या होगा?
डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्लान में कहा गया है कि गाजा का भविष्य हमास के बिना होगा और इसे फिलिस्तीनी अथॉरिटी को सौंपा जाएगा। इजरायल में बंधकों के परिजनों ने सीजफायर पर राहत जताई है। कई परिवारों ने कहा है कि जब तक सभी बंधक वापस नहीं आते, उनकी चिंता बनी रहेगी।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध में अब तक 67,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 18,000 बच्चे शामिल हैं। इजरायल का कहना है कि हमास के हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और 251 को बंधक बनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल पर गाजा में नरसंहार के आरोप लगाए हैं, जिन्हें इजरायल ने सिरे से खारिज कर दिया है।
(Photo Credit: UNHRC)
डोनाल्ड ट्रंप का पीस प्लान क्या है?
हमास को सोमवार दोपहर तक सभी इजरायली बंधकों को छोड़ना होगा
इजरायल की ओर से करीब 250 फिलिस्तीनी कैदियों को भी छोड़ा जाएगा
वेस्ट बैंक और कुछ को पूर्वी यरूशलम में कैदियों को भेजा जाएगा
करीब 1,700 फिलिस्तीनी गाजा से भी रिहा होंगे
राहत सामग्री ले जाने वाले ट्रकों को बिना रोकटोक गाजा में भेजा जाएगा
हर दिन करीब 600 ट्रक गाजा पहुंचेंगे
मध्य-पूर्व में तैनात 200 अमेरिकी सैनिकों गाजा में निगरानी करेंगे
गाजा लौट रहे लोगों लोगों का हाल क्या है?
गाजा के उत्तर की तरफ हजारों लोग वापस लौट रहे हैं, लेकिन उनकी हालत बेहद खराब है। ज्यादातर लोग बीमार, कमजोर और भूखमरी से पीड़ित हैं। सबके घर बमबारी में तबाह हो चुके हैं, वे तम्बू लगाकर रहने की तैयारी कर रहे हैं। राहत एजेंसियों का कहना है कि उनके पास न खाना है, न ईंधन है, न पीने के लिए पानी है।
(Photo Credit: UNHRC)
हमास क्या सोचता है?
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वे सभी बंधकों को वापस लाने का वादा निभा रहे हैं, जबकि हमास ने गाजा पर विदेशी निगरानी का विरोध किया है।