logo

इजरायल ने असद के सैन्य ठिकानों को किया नेस्तनाबूद, 400 से अधिक हमले

इजरायल ने सीरिया में भीषण तबाही मचाई है। इजरायली सेना ने सीरिया के सैन्य ठिकानों पर पिछले 48 घंटों में 400 से अधिक हमले किए हैं।

Israel attacks Syria

सीरिया विद्रोह, Image Credit: X

इजरायली सेना ने बुधवार को सीरिया के सैन्य ठिकानों पर पिछले 48 घंटों में 400 से अधिक हमले किए हैं। सीरियाई विद्रोहियों के राष्ट्रपति बशर अल-असद को अपदस्थ किए जाने के कुछ दिनों बाद यह हमला किया गया। रविवार यानी 8 दिसंबर को असद के 24 साल के शासन का अचानक खात्मा हो गया। तभी से इजरायल अपने कब्जे वाले क्षेत्र गोलान हाइट्स के पूर्व में बफर जोन में अपनी सेना भेजना शुरू कर दिया है।

 

इजरायली सेना ने दावा किया है कि सीरिया की रणनीतिक सैन्य संपत्तियों का लगभग 70-80% हिस्सा नष्ट कर दिया है। सेना ने एक बयान में कहा, 'पिछले 48 घंटों के भीतर, IDF (इज़राइल रक्षा बलों) ने सीरिया में अधिकांश सामरिक हथियारों के भंडार पर हमला किया। हमले में सीरियाई नौसेना की दो सुविधा-अल-बायदा बंदरगाह और लताकिया बंदरगाह, राजधानी दमिश्क और अन्य प्रमुख शहरों में विमान-रोधी बैटरियां और हथियार उत्पादन स्थल पर 15 नौसैनिक जहाज नष्ट किए जाने का दावा है। 

दर्जनों मिसाइलें नष्ट

सेना ने कहा, '80-190 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली समुद्र से समुद्र में मार करने वाली दर्जनों मिसाइलें नष्ट कर दी गईं। प्रत्येक मिसाइल में भारी मात्रा में विस्फोटक थे। इजरायली सेना का दावा है कि उसने स्कड मिसाइल, क्रूज मिसाइल, सतह से समुद्र, सतह से हवा और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल, यूएवी, लड़ाकू जेट, हमलावर हेलीकॉप्टर, रडार, टैंक, हैंगर  सहित कई रणनीतिक संपत्तियों को निष्प्रभावी कर दिया गया। 

 

जानकारी के लिए बता दें कि 2011 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल ने सीरिया में सैकड़ों हमले किए हैं। हाल के महीनों में इजरायल ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कमांडरों और फिलिस्तीनी हमास और लेबनानी हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं को मार डाला है, दोनों ही ईरान द्वारा समर्थित हैं। सीरियाई विद्रोहियों ने 27 नवंबर को शुरू हुए एक तेज हमले में असद और उनके पिता हाफिज अल-असद के पांच दशक से अधिक के शासन को उखाड़ फेंका था। 

असद के पतन पर नेतन्याहू क्या बोले?

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि बशर अल-असद का पतन मीडिल ईस्ट में एक ऐतिहासिक दिन था। उन्होंने कहा है कि ये घटनाए 'ईरान और हिजबुल्लाह, असद के मुख्य समर्थकों पर हमारे द्वारा किए गए प्रहारों का परिणाम है। यह दमनकारी शासन से मुक्त होने की मांग करने वालों को सशक्त बना रही है।'

Related Topic:#Syria Crisis#Israel

शेयर करें

संबंधित आलेख


और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap