इजरायल और फिलिस्तीनी लड़ाके ग्रुप हमास के बीच पहले फेज़ का सीजफायर डील कुछ देरी से शुरू हुआ। सीजफायर अंतरराष्ट्रीय समय के हिसाब से सुबह साढ़े छह बजे और गाजा के लोकल समय के हिसाब से साढ़े आठ बजे शुरू होना था।
डेडलाइन के एक घंटे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक गाजा बंधक बनाए गए लोगों की लिस्ट नहीं सौपता है तब तक सीजफायर शुरू नहीं होगा।
इस बीच इजरायली सेना ने गाजा पर अपना हमला जारी रखा जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सेना 'गाजा पर हमला जारी रखे हुए है' और अगर हमास द्वारा समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया जाता है तो जवाब देने के लिए 'पूरी तरह तैयार' है।
इससे पहले रविवार को, IDF बलों ने गाजा के राफा से मिस्र और गाजा के बीच सीमा पर फिलाडेल्फिया गलियारे की ओर वापसी शुरू कर दी थी।
अमेरिका-कतर-मिस्र ने की थी मध्यस्थता
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, यह वापसी संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर और मिस्र द्वारा मध्यस्थता किए गए तीन-चरणीय युद्धविराम समझौते का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 15 महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करना है, जिसमें लगभग 47,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि समझौते के बाद भी गाजा पर इजरायल के लगातार हमलों में कथित तौर पर 70 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
6 का सीजफायर
युद्ध विराम का पहला चरण 42 दिनों के लिए तक चलने की उम्मीद है, जिसके दौरान अधिक स्थायी समाधान के लिए बातचीत शुरू होगी। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि समझौते के बावजूद, यदि आवश्यक हो तो इजरायल सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू करने का अधिकार रखता है।
पहले फेज़ के दौरान 98 में से 33 बंधकों को छोड़ने का वादा किया गया है। बंधकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हालांकि, इजरायली प्रधानमंत्री के यह कहने के बाद वह सैन्य कार्रवाई का अधिकार रखते हैं, इससे यह सिद्ध होता है कि सीजफायर काफी कमजोर प्रकृति का है।
स्थिति अभी भी गंभीर
इस बीच, गाजा में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। संघर्ष शुरू होने के बाद से अब तक हज़ारों फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और मानवीय सहायता की सख्त ज़रूरत है।
सबसे कम उम्र के बंदी, दो वर्षीय केफ़िर बिबास सहित 33 बंधकों की रिहाई रविवार को शुरू होने थी, जिसमें पहले दिन तीन बंधकों को रिहा किया जाना था। उनके साथ, इज़रायल द्वारा महिलाओं और नाबालिगों सहित 737 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना था।
क्या था पूरा मामला
वैसे तो इजरायल और हमास के बीच विवाद काफी समय से है लेकिन 7 अक्टूबर 2023 को हमास के लड़ाकों ने इजरायल के दक्षिणी बॉर्डर पर हमला बोल दिया। इसमें करीब 1200 लोगों की जान गई और हमाल ने 250 लोगों को बंधक बना लिया।
इसके बाद इज़रायल ने सैन्य कार्रवाई करते हुए एयर स्ट्राइक के साथ साथ जमीन पर भी हमला बोल दिया।