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पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार की रस्म हुई पूरी, लाखों लोग हुए शामिल

पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार की रस्म शुरू है। उनके शव को सेंट पीटर्स स्क्वॉयर में रखा गया है। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पूरी दुनिया से राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं।

cardinal re pray in front of pope francis coffin। Photo Credit: PTI

पोप फ्रांसिस के ताबूत के सामने प्रार्थना करते हुए कार्डनिल । Photo Credit: PTI

ईसाई कैथोलिक धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के शव को रोम के सांता मारिया मैगियोरे बेसिलिका में दफना दिया गया है। यह जगह सेंट पीटर्स से लगभग 4 किलोमीटर दूर है। उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा में कहा था कि उन्हें एक सामान्य सी कब्र में दफनाया जाए जिस पर Franciscus लिखा हो जो कि फ्रांसिस का लैटिन रूप है। पोप को दफनाने की प्रक्रिया का लाइव टेलीकास्ट नहीं हुआ।

 

पोप के अंतिम संस्कार के लिए पूरी दुनिया से राष्ट्राध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि आए हुए थे। जिसमें भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल रहे। अंतिम संस्कार की इस प्रक्रिया में 220 कार्डिनल्स, 750 बिशप और करीब 4000 प्रीस्ट शामिल हुए। यह पूरी प्रक्रिया करीब 3 घंटे तक चली।

 

21 अप्रैल को 88 साल की उम्र में पोप का हृदय गति रुकने की वजह से निधन हो गया था। पिछले तीन दिनों से उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए पीटर्स बेसिलिका में रखा गया था।

 

यह भी पढ़ेंः कैमरलेंगो कौन हैं, जो पोप की मौत के बाद संभालेंगे वेटिकन का काम

 

ट्रांसजेंडर्स भी शामिल

वेटिकन न्यूज के मुताबिक पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार पर अंतिम विदाई देने के लिए सेंट पीटर्स बेसिलिका की सीढ़ियों में पर अंतिम विदाई देने के लिए सम्मान गार्ड के रूप में 40 लोगों को चुना गया जिनमें कुछ ट्रांसजेंडर्स भी शामिल थे। 

 

वहीं 91 साल के कार्डिनल जियोवानी बतिस्ता रे पोप ने अंतिम संस्कार की प्रार्थना सभा की अगुवाई की। उन्होंने कहा कि पोप फ्रांसिस ने समलैंगिक या तलाकशुदा कैथोलिकों को भी कभी चर्च आने से नहीं रोका। उनका मानना है था कि चर्च सभी का घर है।

 

प्रार्थना सभा के बाद ब्रेड-वाइन दिया गया

पोप फ्रांसिस की प्रार्थना सभा के बाद सभी ने ब्रेड और वाइन का सेवन किया। इसका सेवन प्रभु यीशु के शरीर का अंश मानकर किया जाता है। 

 

कैसे चुने जाएंगे अगले पोप

पोप के निधन के साथ, कैथोलिक चर्च सीडे वैकेंट की अवधि में प्रवेश कर गया है। लैटिन में इसका अर्थ है 'सीट खाली है।' कार्डिनल केविन फैरेल, चर्च के कैमरलेंगो या चैंबरलेन, अब इस अवधि के दौरान वेटिकन का नेतृत्व करते हैं। 2019 में फ्रांसिस द्वारा नियुक्त, फैरेल, पोप की मृत्यु को प्रमाणित करने, उनके निजी कक्षों को सील करने, अंतिम संस्कार की रस्मों की देखरेख करने और कॉन्क्लेव का आयोजन करने के लिए जिम्मेदार हैं। 

 

उत्तराधिकारी चुनने के लिए गुप्त चुनाव। 15 से 20 दिनों के भीतर, 80 वर्ष से कम आयु के कार्डिनल सिस्टिन चैपल में मतदान करने के लिए एकत्रित होंगे। अगले पोप को चुनने के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है।



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