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क्लाइमेट या फिर इंसान... अमेरिका के जंगलों में इतनी आग क्यों लगती है?

कैलिफोर्निया के लॉस एजेंलिस में जंगलों में आग भड़कती जा रही है। काबू पाने की तमाम कोशिशें जारी हैं। अब तक 26 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन जलकर खाक हो गई है। ऐसे में जानते हैं कि अमेरिका में इतनी आग क्यों लगती है?

los angeles wildfire

लॉस एंजेलिस के जंगलों में आग पर काबू पाने की कोशिश करते फायर फाइटर्स। (Photo Credit: PTI)

अमेरिका के कैलिफोर्निया का लॉस एंजेलिस जंगल की आग से धधक रहा है। दो दिन पहले शुरू हुई आग अब कई इलाकों तक फैलती जा रही है। आसपास के 1.30 लाख लोगों को यहां से निकलने के आदेश दिए गए हैं। अब तक 70 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला भी जा चुका है। कैलिफोर्निया के गवर्नल गैविन न्यूजोम ने बताया कि इस आग से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोग घायल हुए हैं।


ये आग सबसे पहले लॉस एंजेलिस के पैसिफिक पैलिसेड्स के जंगलों में लगी। इसके बाद इस आग ने बढ़ते-बढ़ते ईटन और हर्स्ट के जंगलों को भी अपनी जद में ले लिया। आग अब धीरे-धीरे और फैलती जा रही है और जंगल ही नहीं, बल्कि रिहायशी इलाके भी अब धधकने लगे हैं।

आग से अब तक कितना नुकसान?

अमेरिकी सरकार के मुताबिक, इस वक्त 6 जंगल आग से धधक रहे हैं। सबसे पहले पैसिफिक पैलिसेड्स के जंगलों में आग लगी थी। यहां की 15,832 एकड़ से ज्यादा की जमीन जलकर खाक हो गई है। ईटन के जंगल में आग ने 10,600 एकड़ जमीन को खाक कर दिया है। इनके अलावा, हर्स्ट में 850 एकड़, लीडिया में 348 एकड़, सनसेट में 50 एकड़ और स्काउट में 12 एकड़ जमीन जलकर खाक हो गई है।

 

अधिकारियों ने बताया कि इस आग की जद में आने से 1 हजार से ज्यादा इमारतें और घर जलकर नष्ट हो गए हैं। पैलिसेड्स में दो ग्रॉसरी स्टोर, कई बैंक, पब्लिक लाइब्रेरी और कई बुटिक भी जलकर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। 


फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर जेनी गिरार्डो ने बताया, 'जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, मुझे लगा कि मैं किसी चिमनी के अंदर हूं। फिर मैंने हर तरफ राख देखी. ऐसा मैंने कभी नहीं देखा। लग रहा था कि मानो राख की बारिश हो रही हो।' लॉस एंजेलिस के फायर चीफ क्रिस्टिन एम. क्रॉली ने कहा, 'हम अभी तक खतरे से बाहर नहीं आए हैं।'

 

Photo Credit: PTI

बुझ क्यों नहीं पा रही आग?

लॉस एजेंलिस के 6 जंगल आग से बुरी तरह धधक रहे हैं। दो हजार से ज्यादा फायर फाइटर्स आग बुझाने की कोशिश में जुटे हैं। हेलिकॉप्टर और विमानों से भी आग बुझाने की कोशिश हो रही है। मगर तमाम कोशिशों के बावजूद आग बुझने की बजाय भड़कती ही जा रही है। दो दिन पहले तक आग सिर्फ पैसिलेड्स के जंगलों में थी, लेकिन अब 6 जंगल आग में जल रहे हैं।


आग न बुझने की सबसे बड़ी वजह मौसम को बताया जा रहा है। वेस्टर्न फायर चीफ एसोसिएशन के मुताबिक, कैलिफोर्निया के जंगलों में आमतौर पर जून या जुलाई में आग लगने की घटनाएं होती हैं। मगर इस बार ज्यादा तापमान और कम बारिश की वजह से जनवरी में ही आग की घटना सामने आ गई। हालांकि, 2022 में 1 बार और 2021 में 10 बार जनवरी के महीने में आग लगने की घटना सामने आई थी।


एसोसिएशन ने बताया कि क्लाइमेट चेंज की वजह से तापमान बढ़ रहा है और बारिश हो नहीं रही है, जिस कारण आग लगने की घटनाएं समय से पहले सामने आ रही हैं। साउथ कैलिफोर्निया में मई से अब तक सिर्फ 0.1 इंच बारिश ही हुई है। 


इतना ही नहीं, तूफानी हवाओं के चलते भी आग पर काबू पाने में दिक्कतें आ रहीं हैं। हवा की दिशा बार-बार बदल रही है। जमीनी इलाकों पर 130 किलोमीटर तो पहाड़ी इलाकों में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। 

 

Photo Credit: PTI

अमेरिका में हर साल कितनी आग?

अमेरिका के जंगलों में हर साल आग लगने की हजारों घटनाएं सामने आती हैं। इन आग की वजह से हर साल लाखों एकड़ की जमीन जलकर खाक हो जाती है। 

 

अमेरिकी सरकार के नेशनल इंटरएजेंसी फायर सेंटर के मुताबिक, 2023 में आग लगने की 56,580 घटनाएं सामने आए थीं। इससे करीब 27 लाख एकड़ जमीन प्रभावित हुई थी। इससे पहले 2022 में आग लगने की 68,988 घटनाओं में 75.77 लाख एकड़ जमीन जलकर खाक हो गई थी।

 

लॉस एंजेलिस में लगी आग को 16 साल की सबसे भीषण आग बताया जा रहा है। वाइल्डफायर अलायंस के मुताबिक, इससे पहले 2008 में सायर के जंगलों में आग लगी थी, जिसने 600 से ज्यादा इमारतों औ घरों को जलाकर राख कर दिया था। इससे भी पहले 1961 में कैलिफोर्निया के जंगलों में आग लगी थी। इसे कैलिफोर्निया के इतिहास की सबसे विनाशकारी आग माना जाता है।


नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन (NFPA) के मुताबिक, 2023 में आग लगने की घटनाओं में 3,670 लोग मारे गए थे और 13,350 लोग घायल हो गए थे। आग लगने के कारण 2023 में अमेरिका को 23 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।

 

Photo Credit: PTI

आग लगने की वजह क्या?

आमतौर पर आग लगने की वजह क्लाइमेट चेंज और मौसम को माना जाता है। मगर क्या वाकई ऐसा है? फरवरी 2017 में प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में एक स्टडी छपी थी। इस स्टडी में 1992 से 2012 के बीच जंगलों में लगी आग का एनासिसिस किया था। इसमें सामने आया था कि जंगल में लगने वाली आग की असल वजह इंसान हैं। स्टडी में पता चला था कि 84 फीसदी घटनाएं ऐसी थीं, जिनमें आग इंसानों की वजह से लगी थी। 


कोलोराडो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने भी आग लगने की 16 लाख से ज्यादा घटनाओं का एनालिसिस करने के बाद बताया था कि कैलिफोर्निया के जंगलों में आग लगने की 80 फीसदी से ज्यादा घटनाएं इंसानों के कारण हुई थी। वहीं, फ्लोरिडा के जंगलों में आग लगने की सबसे बड़ी वजह बिजली गिरना था। इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने बताया था कि इंसानों की वजह से जंगल में लगने वाली आग की घटनाएं 3 गुना बढ़ गई हैं।

जंगल में आग आसानी से क्यों फैल जाती है?

जंगल में छोटी सी चिंगारी भी बड़ी तबाही ला सकती है। एक चिंगारी सिर्फ एक जंगल को ही नहीं, बल्कि आसपास के जंगलों और रिहायशी इलाकों को भी अपनी चपेट में ले सकती है।


दरअसल, आग पकड़ने के लिए ऑक्सीजन और तापमान की जरूरत होती है। जंगल में ये दोनों बखूबी मिलते हैं। पेड़ों से ऑक्सीजन आती रहती है और लकड़ियां इसके लिए ईंधन की तरह काम करती हैं। गर्मी, बिजली गिरने या फिर छोटी सी चिंगारी से भी आग भड़क सकती है। कई बार जंगल के आसपास रहने वाले लोग पराली जलाते हैं, उससे भी जंगल में आग लग जाती है। घूमने जाने वाले लोग कैंपफायर करते हैं और फिर उसे जलता हुए ही छोड़ आते हैं, जिस कारण भी आग भड़क जाती है।


जंगल में अगर एक बार आग लगी तो उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है। जंगल की आग फैलती ही जाती है। तेज हवाएं इसे और फैलाती हैं। पेड़ों की सूखी पत्तियों और टहनियों की वजह से आग फैलती रहती है।

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