पाकिस्तान सरकार के नए आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, मौजूदा वित्तीय साल के पहले 9 महीनों में देश का कुल कर्ज बढ़कर 76,000 अरब रुपये तक पहुंच गया है। नकदी की भारी कमी से जूझ रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के इस साल लगभग 2.7% की दर से बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। सोमवार को पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने 'आर्थिक सर्वेक्षण 2024–25' पेश करते हुए कहा कि बीते दो सालों से देश की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है और इस साल इसमें थोड़ी और स्थिरता और मजबूती आई है। यानी कर्ज जरूर बढ़ा है लेकिन सरकार का मानना है कि हालात में कुछ सुधार हो रहा है।
क्या है देश की माली हालत?
पाकिस्तान सरकार ने 2024-25 के बजट से ठीक एक दिन पहले अपना आर्थिक सर्वे जारी किया है। यह रिपोर्ट बताती है कि देश की अर्थव्यवस्था फिलहाल किस हालत में है और आने वाले समय में क्या उम्मीद की जा सकती है। सबसे पहले बात करें कर्ज की तो मौजूदा साल के पहले 9 महीनों में पाकिस्तान का कुल कर्ज 76,000 अरब रुपये तक पहुंच गया है।
इसमें से करीब 51,500 अरब रुपये देश के अपने बैंकों से लिए गए हैं। बाकी 24,500 अरब रुपये विदेशी संस्थाओं से उधार लिए गए हैं। वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 2023 में पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि यानी GDP घटकर -0.2% हो गई थी लेकिन 2024 में इसमें सुधार हुआ और जीडीपी 2.5 प्रतिशत तक बढ़ी।
अब 2025 के लिए सरकार ने GDP में 2.7% की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि यह धीरे-धीरे सुधार की ओर बढ़ने वाली प्रक्रिया है और इसका रास्ता है स्थायी और संतुलित विकास। औरंगजेब ने यह भी कहा कि दुनिया भर में अर्थव्यवस्थाएं भी अब धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही हैं और वैश्विक GDP ग्रोथ करीब 2.8% तक पहुंच गई है। ऐसे में पाकिस्तान की रफ्तार भी उसी दिशा में जा रही है।
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'अगला साल बदलाव का साल होगा'
पाकिस्तान के वित्त मंत्री औरंगजेब ने कहा कि आने वाला वित्तीय साल देश की अर्थव्यवस्था के लिए बदलाव की शुरुआत लेकर आएगा। उन्होंने संकेत दिए कि बजट में आईएमएफ के नियमों को मानते हुए, सरकार की आमदनी बढ़ाने और देश की तरक्की पर फोकस करने वाले फैसले लिए जाएंगे।
चालू खाता में सरप्लस
जुलाई 2024 से अप्रैल 2025 तक पाकिस्तान का चालू खाता 1.9 अरब डॉलर के फायदे में रहा।
इसकी वजह बनी आईटी सेक्टर की जबरदस्त कमाई, जो करीब 3.5 अरब डॉलर तक पहुंच गई।
प्रवासी पाकिस्तानियों की मदद
जो पैसे विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी लोग अपने घर भेजते हैं, वो भी तेजी से बढ़े हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि यह 2025 के अंत तक 37–38 अरब डॉलर तक पहुंच सकते हैं, जो कि 2 साल पहले सिर्फ 27 अरब डॉलर थे।
कर्ज की स्थिति में सुधार
पहले पाकिस्तान का कुल कर्ज उसकी GDP (कुल आमदनी) का 68% था, जो अब घटकर 65% हो गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves)
जून 2024 तक पाकिस्तान के पास 9.4 अरब डॉलर का भंडार था।
लेकिन 2025 में यह बढ़कर 16.64 अरब डॉलर हो गया यानी अब ज्यादा 'आर्थिक दम' है।
इसमें से 11.5 अरब डॉलर स्टेट बैंक के पास हैं और 5.14 अरब डॉलर कमर्शियल बैंकों के पास।
क्रेडिट रेटिंग में सुधार
रेटिंग एजेंसी Fitch ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को 'CCC+' से बढ़ाकर 'B-' कर दिया है।
इससे विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
सरकारी कंपनियों का निजीकरण
सरकार ने कहा कि 24 सरकारी कंपनियों (SOEs) का निजीकरण किया जाएगा।
इससे सरकार को करीब 800 अरब रुपये के घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
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साक्षरता दर में पाकिस्तान का क्या हाल?
पाकिस्तान के वित्त मंत्री औरंगजेब ने बताया कि इस साल देश की अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 411 अरब डॉलर हो गया है, जबकि पिछले साल यह 372 अरब डॉलर था। साक्षरता दर अभी भी 67% है जिसमें पंजाब सबसे आगे है (66%), जबकि बलूचिस्तान सबसे पीछे (42%) है।
कब होगा बजट पेश?
2025–26 का बजट 10 जून को नेशनल असेंबली में पेश होगा।
13 जून से बजट पर बहस शुरू होगी और 21 जून तक चलेगी।
23 जून को खर्चों पर चर्चा होगी।
24–25 जून को अनुदान और कटौती प्रस्तावों पर बहस और वोटिंग होगी।
26 जून को वित्त विधेयक पास किया जाएगा और
27 जून को बाकी बजटीय मुद्दों पर चर्चा होगी।