पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में चारों तरफ से सुरक्षाबलों की घेराबंदी कर दी गई है। पूरा इस्लामाबाद एक किले में परिवर्तित हो गया है। पाकिस्तान में हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहै हैं। इमरान खान की रिहाई को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे उनके हज़ारों समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के मुताबिक पुलिस ने 5 सांसदों सहित इमरान खान के 4 हज़ार से अधिक समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है। राजधानी इस्लामाबाद को कड़े सुरक्षा घेरे में रखा गया है।
D-Chowk तक पहुंचना चाहते हैं प्रदर्शनकारी
डी-चौक इस्लामाबाद में बड़ा सा स्क्वॉयर है जहां पर प्रदर्शनकारी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि यहीं पर प्रधानमंत्री कार्यालय, पार्लियामेंट और सुप्रीम कोर्ट जैसी महत्त्वपूर्ण बिल्डिंग हैं। डी चौक का पूरा नाम डेमोक्रेसी चौक है। हालांकि, सरकार ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पूरे इंतजाम कर रखे हैं। रविवार को पाकिस्तान के फेडरल इंटीरियर मिनिस्टर मोहसिन नकवी ने कहा था कि स्क्वॉयर पर पूरी निगरानी की जा रही है और अगर कोई भी प्रदर्शनकारी यहां पहुंचने की कोशिश करेगा तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सुरक्षा लॉकडाउन में है इस्लामाबाद
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए इस्लामाबाद को सुरक्षा घेरे में रखा गया है। इस्लामाबाद को जाने वाले सभी हाईवे पर सुरक्षा के भारी इंतज़ाम किए गए हैं और इन्हें ब्लॉक कर दिया गया है ताकि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थक राजधानी न पहुंच सकें।
कुछ क्षेत्रों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है और सड़कों को शिपिंग कंटेनर के जरिए ब्लॉक किया है। इसके अलावा लोगों के एक साथ इकट्ठे होने पर भी रोक लगा दी गई है।
क्या है मामला
दरअसल, पिछले साल अगस्त से ही इमरान खान जेल में हैं। पाकिस्तान में पिछले संसदीय चुनाव के बाद सत्ता पर काबिज़ होने वाली शहबाज़ शरीफ की सरकार ने करप्शन और हिंसा भड़काने के आरोप में जेल में उन्हें जेल में डाल दिया। हालांकि, उनके समर्थकों का मानना है कि ये सारे के सारे आरोप झूठे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान की पार्टी पीटीआई की तरफ से इस तरह के प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर में भी ऐसे ही विरोध प्रदर्शन हुए थे जिसके बाद देश में हिंसा भड़क गई थी और इस घटना में तमाम पुलिस वाले व प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। हालांकि, दोनों तरफ के समर्थकों ने एक-दूसरे पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया था।
हाईकोर्ट से हुई थी इमरान खान की गिरफ्तारी
9 मई 2023 को इस्लामाबाद में हाईकोर्ट से अंदर से भ्रष्टाचार के आरोप में नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) ने इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया था।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी गिरफ्तारी में पाकिस्तानी सेना का बड़ा हाथ है, क्योंकि गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई थी जब उसके जब एक दिन पहले ही सेना ने अपने मीडिया विंग आईएसपीआर के माध्यम से खान के उन आरोपों पर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी जिसमें खान ने कहा था कि पिछले साल उनकी हत्या के प्रयास में एक उच्च पदस्थ आईएसआई अधिकारी शामिल था।
माना जाता है कि इमरान खान के सेना के साथ रिश्ते बिगड़ने लगे थे क्योंकि वह चुनी हुई सरकार के कामों में सेना के किसी भी प्रकार के दखल के खिलाफ थे।
कैसे शुरू हुआ था प्रदर्शन
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए थे। इस्लामाबाद, कराची, लाहौर और पेशावर को मिलाकर इस विरोध प्रदर्शन में कुल 8 लोगों की मौत हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके, दुकानों के साइन बोर्ड तोड़ दिए और इस्लामाबाद को जाने वाली सड़क को ब्लॉक कर दिया था। यहां तक कि लंदन में भी पाकिस्तान हाई कमीशन के सामने इमरान खान के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया था।
क्या है मांग
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जेल में बंद इमरान खान को उनके समर्थकों के साथ रिहा किया जाए। साथ ही वह यह भी मांग कर रहे हैं कि मौजूदा सरकार अपने पद से इस्तीफा दे और नए सिरे से चुनाव कराए जाएं, क्योंकि इस चुनाव में बेईमानी हुई थी।
बेलारूस के राष्ट्रपति की है विजिट
जहां पाकिस्तान में एक तरफ विरोध प्रदर्शन जारी है, वहीं बेलारूस के राष्ट्रपति का पाकिस्तान दौरा भी आज होने वाला है। उनकी यह विजिट तीन दिनों तक चलेगी। कुछ दिन पहले पाकिस्तान में एससीओ की भी बैठक हुई थी, जिसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भाग लिया था। उस वक्त भी पाकिस्तान में पीटीआई के समर्थक भारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।