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रूस-यूक्रेन सीजफायर पर नहीं हुए सहमति, युद्धबंदियों की होगी अदला-बदली

रूस और यूक्रेन के बीच मीटिंग खत्म हो गई है, लेकिन सीजफायर को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। दोनों देश अपनी-अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।

 तुर्किए की मध्यस्थता में रूस यूक्रेन की मीटिंग । Photo Credit: @Intel_edge1

तुर्किए की मध्यस्थता में रूस यूक्रेन की मीटिंग । Photo Credit: @Intel_edge1

रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के बीच तीन साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए सोमवार को तुर्की के चिरागन पैलेस में मीटिंग की। यह वार्ता रविवार को यूक्रेन द्वारा मॉस्को के हवाई अड्डों पर किए गए बड़े ड्रोन हमले के ठीक एक दिन बाद हुई। हालांकि युद्धविराम पर कोई सहमति नहीं बनी, दोनों पक्षों ने 6,000 मारे गए सैनिकों के शवों की अदला-बदली और युद्धबंदियों (पीओडब्ल्यू) के आदान-प्रदान पर सहमति जताई।

 

यह वार्ता एक घंटे से कुछ अधिक समय तक चली। यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जैसा कि यूक्रेनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हियोर्ही तिखवी ने दूतावास के व्हाट्सएप ग्रुप पर बताया। तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने वार्ता की अध्यक्षता की, और तुर्किए की खुफिया एजेंसी के अधिकारी भी मौजूद रहे।

 

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युद्धबंदियों की होगी रिहाई

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने लिथुआनिया के विलनियस में कहा कि दोनों पक्षों ने तुर्किए के माध्यम से दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया और युद्धबंदियों की रिहाई की तैयारी कर रहे हैं। उमेरोव ने बताया कि नई युद्धबंदियों की अदला-बदली गंभीर रूप से घायल और युवा कैदियों पर केंद्रित होगा।

 

रूस और यूक्रेन ने 6,000 मारे गए सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर सहमति जताई, जैसा कि एपी न्यूज एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से बताया। यह फैसला मई 2025 में हुई पहली वार्ता के बाद हुए 1,000 कैदियों के आदान-प्रदान से बड़ा है। यूक्रेन ने रूस को उन बच्चों की सूची भी सौंपी, जिन्हें कथित तौर पर रूस ले गया था।

 

सीजफायर पर मतभेद

युद्धविराम को लेकर दोनों देशों के बीच गहरे मतभेद बने हुए हैं। रूस चाहता है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने की अपनी मंशा छोड़ दे और रूस द्वारा कब्जाए गए चार क्षेत्रों से अपनी सेना हटा ले। दूसरी ओर, यूक्रेन ने 30 दिन के युद्धविराम, सभी युद्धबंदियों की रिहाई, यूक्रेनी बच्चों की वापसी और जेलेंस्की-पुतिन मुलाकात का प्रस्ताव रखा है। रूस ने पूर्ण युद्धविराम को खारिज करते हुए केवल कुछ क्षेत्रों में 2-3 दिन के सीमित युद्धविराम का सुझाव दिया।

 

वार्ता से एक दिन पहले, यूक्रेन ने ऑपरेशन ‘स्पाइडर वेब’ के तहत रूस के हवाई अड्डों पर ड्रोन हमले किए। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) ने दावा किया कि इस हमले में रूस के 40 से अधिक सैन्य विमानों को नष्ट किया गया। यूक्रेन का कहना है कि ये हमले रूस के उन विमानों को निशाना बनाकर किए गए, जो यूक्रेनी शहरों पर हमले कर रहे थे।

 

जवाब में, रूस ने रविवार को यूक्रेन पर 472 ड्रोनों का हमला किया, जो 2022 के बाद का सबसे बड़ा ड्रोन हमला था। यूक्रेन की वायु सेना ने बताया कि उन्होंने 80 में से 52 ड्रोनों को नष्ट कर दिया।

 

सोमवार सुबह, रूस ने खारकीव शहर पर दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से एक स्कूल के पास गिरी। रूस ने दावा किया कि उसने आठ रूसी क्षेत्रों और क्रीमिया में 162 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया।

 

क्या है मौजूदा हाल?

लगभग 1,000 किलोमीटर लंबी युद्ध रेखा पर दोनों पक्षों के बीच भारी लड़ाई जारी है। रूस ने खारकीव और सूमी जैसे क्षेत्रों में हमले तेज किए हैं, जबकि यूक्रेन ने ड्रोन हमलों से जवाब दिया। यूक्रेन का कहना है कि उसने रूस की सैन्य क्षमता को कमजोर किया है, लेकिन रूस का दावा है कि वह और क्षेत्रों पर कब्जा करने की तैयारी में है।

 

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अमेरिका और तुर्किए की भूमिका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने युद्ध को जल्द खत्म करने का वादा किया था, लेकिन प्रगति धीमी रही है। ट्रम्प ने रूस पर और प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है, लेकिन रूस ने इन शर्तों को खारिज किया। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ने कहा कि वह पुतिन, जेलेंस्की और ट्रम्प के बीच मुलाकात की मेजबानी करना चाहते हैं। तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने कहा कि ‘पूरी दुनिया की नजर इस वार्ता पर है।’

 

यूक्रेन ने मांग की है कि रूस युद्धविराम के लिए ठोस कदम उठाए, जिसमें कब्जाए गए क्षेत्रों को छोड़ना और बच्चों की वापसी शामिल है। रूस का कहना है कि यूक्रेन को उसकी शर्तें माननी होंगी। दोनों पक्ष फिर से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक पुतिन और जेलेंस्की की सीधी मुलाकात नहीं होती, युद्धविराम मुश्किल है।

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