मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिका भारत को सौंप देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रम्प के इस फैसले पर शुक्रिया कहा है। गुरुवार को उन्होंने कहा है कि भारत में नरसंहार करने वाले एक कुख्यात अपराधी को अमेरिका भारत भेज रहा है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हम एक बेहद हिंसक शख्स को तुरंत भारत को सौंप रहे हैं। हमारे पास काफी अनुरोध हैं। हम भारत के साथ अपराधिक मामलों के खिलाफ मिलकर काम करते हैं, हम भारत के लिए चीजों को बेहतर बना रहे हैं।'
कैसे तैयार हुई प्रत्यर्पण की राह?
21 जनवरी को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा की समीक्षा याचिका खारिज कर दी थी। अब उसका प्रत्यर्पण किया जा सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी देने की घोषणा की। यह मंजूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान मिली।
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डोनाल्ड ट्रम्प ने जो बाइडेन प्रशासन का जिक्र करते हुए कहा, 'मुझे नहीं लगता कि भारत के जो बाइडेन प्रशासन के साथ अच्छे संबंध थे। बहुत सी ऐसी चीजें हुईं जो भारत और बाइडेन प्रशासन के बीच ठीक नहीं थीं। हम एक बहुत ही हिंसक व्यक्ति को तुरंत भारत को सौंप रहे हैं।'
तहव्वुर के प्रत्यर्पण के लिए भारत ने लगाया था जोर
विदेश मंत्रालय, तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए अरसे से कोशिश कर रहा है। अमेरिकी अदालत के फैसले के बाद कानूनी रास्ते और साफ होगए। भारत अब अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 7 फरवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, 'तहव्वुर राणा ने अमेरिका में सभी कानूनी रास्ते आजमा लिए हैं। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी अपील को खारिज कर दिया है। इसलिए अब हम भारतीय अधिकारियों के समक्ष उनके आत्मसमर्पण की व्यवस्था पर काम करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में हैं।'
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कौन है तहव्वुर राणा?
तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। वह पहले डॉक्टर भी रह चुका है। 26/11 मुंबई हमले के मुख्य रणनीतिकार डेविड कोलमैन हेडली की तहव्वुर राणा ने मदद की थी। तहव्वुर राणा को साल 2013 में डेविड कोलमैन हेडली के साथ मुंबई के हमले को अंजाम देने और डेनमार्क में हमले की योजना बनाने के आरोप में दोषी ठहराया गया था। अमेरिकी अदालत ने उसे 14 साल की सजा सुनाई थी।
तहव्वुर पाकिस्तान सेना के मेडिकल कोर टीम का हिस्सा रहा है। साल 1997 में वह अपने परिवार के साथ कनाडा गया और 2001 में कनाडा का नागरिक बन गया। साल 2009 में उसने अमेरिका के शिकागो में एक इमिग्रेशन और ट्रैवेल एजेंसी खोली थी।
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डेविड कोलमैन हेडली के साथ तहव्वुर राणा की पुरानी दोस्ती थी। हेडली जब मुंबई को दहलाने का प्लान बना रहा था तो वह कई बार रेकी के लिए मुंबई आया था। तहव्वुर राणा ने उसकी राह आसान की थ। वह लश्कर का सहयोगी रहा है। FBI ने तहव्वुर राणा और डेविड को शिकागो एयरपोर्ट पर धर दबोचा था। मुंबई हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे, वहीं सैकड़ों लोग जख्मी हुए थे।