यूक्रेन ने गुरुवार को रूस पर बड़ा हमला किया है। यूक्रेन ने रूस के एक एयरबेस पर बड़ा ड्रोन अटैक किया है। बताया जा रहा है कि यह हमला फ्रंट लाइन से लगभग 700 किलोमीटर दूर हुआ है। इसका मतलब हुआ कि यूक्रेनी सेना ने इस बार रूस के काफी अंदर घुसकर हमला किया है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि यूक्रेन ने यह ड्रोन अटैक रूस के एंगेल्स एयरफील्ड पर किया है। इस एयरबेस में सोवियत के दौर के कई परमाणु हमले में सक्षम बॉम्बर और क्रूज मिसाइलें रखी हुईं हैं। इस हमले के बाद आसमान में काला धुआं उड़ता हुआ दिख रहा है।
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न्यूक्लियर बॉम्बर्स एयरबेस पर हमला
इस हमले के वीडियो में इमारतों के ऊपर धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा है। रॉयटर्स ने बताया है कि एंगेल्स एयरबेस पर सोवियत काल के टुपोलेव TU-160 न्यूक्लियर कैपेबल हेवी बॉम्बर्स जेट रखे हुए हैं। इन्हें 'व्हाइट स्वान' के नाम से भी जाना जाता है।
सारातोव के गवर्नर रोमन बुसार्गिन ने रॉयटर्स को बताया कि एंगेल्स शहर पर यूक्रेन का ड्रोन अटैक हुआ था, जिससे एक एयरफील्ड में आग लग गई थी।
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इमरजेंसी घोषित, लोगों को निकाला
एंगेल्स के डिस्ट्रिक्ट हेड मैक्सिम लियोनोव ने बताया कि इमरजेंसी भी लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि यूक्रेनी ड्रोन अटैक के बाद आसपास के लोगों को यहां से सुरक्षित जगह ले जाया गया है। हालांकि, हमले को लेकर बहुत ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।
यूक्रेन ने यह ड्रोन अटैक तब किया है, जब राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस की तरफ से 170 ड्रोन हमले किए गए हैं। हालांकि, रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि एयर डिफेंस सिस्टम ने रूसी क्षेत्र में यूक्रेन के 132 ड्रोन को मार गिराया है।
एंगेल्स एयरफील्ड पर अटैक से पहले यूक्रेन ने रूस के समारा रीजन के सिज्रान शहर में स्थित ऑयल रिफाइनरी पर भी हमला किया था। हालांकि, इस हमले में कितना नुकसान हुआ, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
इससे पहले दिसंबर 2022 में यूक्रेन ने एंगेल्स एयरफील्ड पर हमला किया था। तब यहां आग बुझाने में 5 दिन लग गए थे।