इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध में अब अमेरिका भी कूद पड़ा है। एक दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। 22 जून को अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के कारण अपने नागरिकों के लिए 'वर्ल्ड वाइड कॉशन' ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इस तनाव के कारण हवाई यात्रा में कई समस्याएं आने की संभावना है। यह ट्रैवल एडवाइजरी इसलिए जारी की गई है क्योंकि अमेरिका के ईरान-इजरायल युद्ध में कूदने की वजह से विदेश में अमेरिका और इसके नागरिकों के खिलाफ प्रदर्शन की आशंका जताई जा रही है। एडवाइजरी में कहा गया है कि इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष के कारण मिडिल ईस्ट में हवाई यात्रा में कई दिक्कतें आई हैं और हवाई क्षेत्र समय-समय पर बंद हुआ है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक अकाउंट, US डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट कॉन्सुलर अफेयर्स ने इसकी जानकारी दी। मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष के कारण मिडिल ईस्ट में यात्रा में बाधा आई है और हवाई क्षेत्र बंद होने की स्थिति बनी है। विदेशों में अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ प्रदर्शन की संभावना है। विदेश विभाग दुनियाभर के अमेरिकी नागरिकों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह देता है।' इस पोस्ट में यह भी कहा गया है कि यात्रा करने का प्लान बनाने से पहले ट्रैवल एडवाइजरी जरूर देखें साथ ही जिस देश में यात्रा करनी है उसकी जानकारी और हाल के सुरक्षा अलर्ट को भी ध्यान से पढ़ें।
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कई देशों में यात्रा करने पर अलर्ट
इसके साथ ही, अमेरिका ने सऊदी अरब, तुर्की, इराक, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और जॉर्डन के लिए भी सिक्युरिटी अलर्ट जारी किया है। साथ ही, लेबनान के लिए चौथे स्तर का यात्रा अलर्ट जारी किया गया है। लेवल 4 सबसे गंभीर यात्रा चेतावनी है। इसका मतलब है कि उस देश में यात्रा करना बहुत खतरनाक है और अमेरिकी नागरिकों को वहां बिल्कुल नहीं जाना चाहिए।
यह कदम तब उठाया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी समय के अनुसार, शनिवार को जानकारी दी थी कि अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने रविवार को इस ऑपरेशन की सफलता की जानकारी दी। चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरपर्सन, वायु सेना जनरल डैन केन के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेगसेथ ने बताया कि अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, इस्फहान और नटंज में सटीक हमले किए।
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गंभीर हो रहा तनाव
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध एक नए मोड़ पर आ चुका है। इसमें अमेरिका की भी शामिल हो चुका है। रूस वैसे तो अभी इस युद्ध में शामिल नहीं हुआ है लेकिन रूस ने एक बयान दिया है जिससे साफ है कि रूस क्या कर सकता है। रूस ने कहा है कि ईरान को कई देश परमाणु हथियार देने को तैयार हैं यह कहकर रूस भी अप्रत्यक्ष रूप से इस युद्ध में शामिल होने की घोषणा कर चुका है। अमेरिका ने हमला करके ईरान के तीन न्यूक्लियर ठिकानों को तबाह करने की कोशिश की। ईरान ने भी कहा कि अमेरिका ने UN चार्टर का उल्लंघन किया है और सही समय पर इसका जवाब दिया जाएगा।