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कुकिंग ऑयल से कम होता है कोलेस्ट्रोल? समझिए कैसे

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कुकिंग ऑयल बैड कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करता है। आइए इसके बारे में समझते हैं।

cooking oil

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

अक्सर कहा जाता है कि खाने पीने की चीजों में कम तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। अत्यधिक तेल का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। हालांकि कुकिंग ऑयल हमारे किचन का सबसे जरूरी सामान होता है। इसका इस्तेमाल खाने पीने की चीजों को तलने भूनने के लिए किया जाता है। 

 

क्या आप जानते हैं कुकिंग ऑयल आपके शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने का काम करता है। आइए हम आपको कुकिंग ऑयल से जुड़ी 4 दिलचस्प बात बताते हैं।

 

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फैट और पोष्टिक आहार का अच्छा सोर्स है- कुकिंग ऑयल फैट का अच्छा सोर्स है जिसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ICMR डाइटरी गाइडलाइन के मुताबिक, शरीर में एनर्जी को बनाए रखने के लिए डाइटरी फैट बहुत जरूरी होता है। कई कुकिंग ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFA) और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (PUFA) पाया जाता है जो हृदय के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये दोनों चीजें शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करती है। साथ ही गुड कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ता है।

 

मल्टी सोर्स एडिबल ऑयल में गुड फैट होता है जिसमें एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन ई शामिल होता है जो हृदय के लिए अच्छा होता है और सूजन को कम करता है। सूरजमुखी और राइस ब्रान ऑयल में विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है जो बैड कोलेस्ट्रोल को कम करता है और हृदय के लिए अच्छा होता है। सही कुकिंग ऑयल सिर्फ आपके खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ाता है बल्कि शरीर को पोषक तत्वों से भी पोषित करता है।

 

मल्टी सोर्स एडिबल ऑयल का सेवन करें- मल्टी सोर्स एडिबल ऑयल में में दो या दो से ज्यादा तेलों को मिलाया जाता है जैसे सूरजमुखी के तेल को राइस ब्रान ऑयल को मिलाया जाता है। इस तेल में फैटी एसिड के साथ विटामिन ए, डी, ई और ओराइजोनॉल मिलता है। इन चीजो से शरीर में ट्राइग्लिसराइड का लेवल कम होता और वजन भी नियंत्रित रहता है।

 

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स्मोक पॉइंट का रखें ध्यान- तेल को गर्म करने पर जिस तापमान पर उसमें से धुआं निकलने लगे उस पॉइंट को स्मोक पॉइंट कहते हैं। अगर आप तेल को उसके स्मोक पॉइंट से ज्यादा गर्म करते हैं तो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। उस तेल में पोष्टिक चीजें कम हो जाती जिससे वह तेल शरीर के लिए हानिकारक हो जाता है। फ्री रेडिकल्स की वजह से शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है।

 

सभी कुकिंग ऑयल खराब नहीं होते हैं

 

मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFA)- गुड फैट में ऑलिव ऑयल, एवोकाडो ऑयल, मुंगफली का तेल बैड कोलेस्ट्रोल को कम करता है और हृदय के लिए अच्छा होता है।

पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (PUFA)- हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए सूरजमुखी का तेल, अलसी का तेल, सोयाबीन तेल का सेवन कर सकते हैं। इनमें आवश्यक ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स होते हैं जिन्हें शरीर स्वयं नहीं बना सकता।

 

नारियल तेल, पाम ऑयल और मखन अनहेल्दी फैट होता है। अगर आप इन चीजों का अधिक सेवन करते हैं तो शरीर में कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ता है। इसमें मौजूद सैचुरेटेड और ट्रांस फैट हृदय के लिए नुकसानदायक होता है।

 

 

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