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डार्क चॉकलेट खाने से दिल पर क्या असर पड़ता है?

डार्क चॉकलेट में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है।

dark chocolates types

डार्क चॉकलेट, Photo Credit: Freepik

चॉकलेट एक ऐसी चीजें है जिसे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी खाते हैं। किसी को कोई गिफ्ट देना हो तो चॉकलेट सबसे पहले दिमाग में आता है। वहीं, कई लोग चॉकलेट का इस्तेमाल मूड को बेहतर करने के लिए करते हैं। मार्केट में डार्क चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट और व्हाइट चॉकलेट मिलता है। इन तीनों में से डार्क चॉकलेट सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है।डार्क चॉकलेट का इस्तेमाल पीरियड्स के दर्द को कम करने से लेकर ऑफिस स्नैक के रूप में किया जाता हैकुछ लोग मीठा खाने की क्रेविंग को शांत करने के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं। यह आपके मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छा होता है।

 

सभी प्रकार के चॉकलेट को बनाने में कोको का इस्तेमाल होता है। जितनी ज्यादा मात्रा में कोको होता है स्वास्थ्य के लिए उतना फायदेमंद होता है। डार्क चॉकलेट में 70% से ज्यादा कोको होता है। कोको एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। कुछ स्टडी में दावा गया कि डार्क चॉकलेट हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करता है।

 

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डार्क चॉकलेट के फायदे

पोषक तत्वों से होता है भरपूर- डॉर्क चॉकलेट में कोको की सबसे ज्यादा मात्रा होती है।  इसमें फाइबर, आयरन, मैंगनिशियम, कॉपर और मैंगनीज पाया जाता है। इसके अलावा कुछ मात्रा में पोटेशियम, जिंक और सेलेनियम भी पाया जाता है।

 

एंटी ऑक्सीडेंट का मुख्य स्त्रोत- डॉर्क चॉकलेट में एंटी ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। इसमें पॉलीफिनोल, एपिकैटाकिन, कैटाकिन जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं। ये सभी चीजें फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करती है। फ्री रेडिकल्स शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को पैदा करते हैं जिससे कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है और विभिन्न बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

 

गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ता है- डार्क चॉकलेट का सेवन हृदय रोग के खतरों को कम करता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखता है। 2021 में एक स्टडी हुई थी जिसमें पाया गया था कि डार्क चॉकलेट के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है। डार्क चॉकलेट में थिओब्रोमिन (theobromine) और स्टिलबेन्स (stilbenes) नाम के कंपाउड्स पाए जाते हैं जो शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल के लेवल को बढ़ाने का काम करते हैं।

 

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ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है- डार्क चॉकलेट में फ्लेवनॉयड होते हैं जो आर्टिज को शांत करने का काम करते हैं जिससे शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर तरीके से होता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। 2019 में एक स्टडी हुई थी जिसमें पाया गया था कि जिन महिलाओं ने डार्क चॉकलेट खाया था उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रित था।

 

दिल की बीमारियों के खतरे को करता है कम- 2017 की स्टडी में बताया गया कि हफ्ते में 3 बार चॉकलेट खाने से हृदय संबंधी रोगों को 9% तक कम किया जा सकता है। 2018 की रिपोर्ट में बताया गया कि हफ्ते में 45 ग्राम चॉकलेट खाने से हृदय रोग के खतरे को 11% तक कम किया जा सकता है।

 

Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।

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