मौत के बाद हेयर ट्रांसप्लांट की चर्चा! कितनी बड़ी है इंडस्ट्री?
कानपुर की घटना के बाद से हेयर ट्रांसप्लांट की चर्चा होने लगी है। लोग बात कर रहे हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट करवाना कितना सेफ है और यह कितनी बड़ी इंडस्ट्री है?

प्रतीकात्मक तस्वीर। Photo Credit- Freepik
आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल, अनियंत्रित दिनचर्या और खान-पान के की वजह से लोगों में बालों के झड़ने और गंजेपन की समस्या आम हो चुकी है। गंजेपन की समस्या युवाओं में बहुत तेजी से फैल रही है। इससे निजात पाने के लिए शहर में बड़ी संख्या में हेयर ट्रांसप्लांट केंद्र खुले हैं। ऐसे में दुनियाभर में लोग हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी ती तरफ रुख कर रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए हेयर
ट्रांसप्लांट जानलेवा साबित हो सकता है?
पिछले दिनों कानपुर में दो इंजीनियरों की हेयर ट्रांसप्लांट करवाने की वजह से मौत हो गई। जान गंवाने वाले इंजीनियर के नाम मयंक कटियार और विनीत दुबे है। मौत के बाद डॉक्टर को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। इंजीनियरों ने भी इंपायर क्लीनिक से इलाज कराया था। दरअसल, आरोपी डॉक्टर अनुष्का तिवारी खुद को हेयर ट्रांसप्लांट की विशेषज्ञ बताती थी। साथ ही कम कीमत में बाल उगाने का दावा करती थी, जबकि क्लीनिकों में बाल उगाने की सर्जरी लाखों रुपये में होती है लेकिन डॉक्टर अनुष्का यह काम सिर्फ 40 से 50 हजार रुपये में करती थी।
हेयर ट्रांसप्लांट की क्यों हुई चर्चा?
डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने मयंक और विनीत दोनों का कम पैसों में हेयर ट्रांसप्लांट कर दिया। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मयंक अपने घर आया। रात करीब 12 बजे उसके सिर में तेज दर्द हुआ। डॉ. अनुष्का से बात की तो उन्होंने इंजेक्शन लगवाने की बात कही। इंजेक्शन लगवाने के बाद भी मयंक का दर्द ठीक नहीं हुआ। इस पर उन्होंने पट्टी ढीली करने के लिए कहा। वह सारी रात दर्द से कराहता रहा। अगले दिन डॉ. अनुष्का से दोबारा संपर्क किया तो उन्होंने जल्द ही दर्द से निजात मिलने का आश्वासन दिया।
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इस बीच मयंक के चेहरे पर सूजन आ गई और सीने में तेज दर्द उठा। उसे आनन फानन हृदयरोग विशेषज्ञ के पास ले गए, लेकिन डॉक्टर ने दिल से संबंधित किसी भी तरह की कोई दिक्कत न होने की जानकारी दी। परेशानियों के बीच मयंक की 19 नवंबर तो मौत हो गई लेकिन मामला अब जाकर दुनिया के सामने आया है।
इस घटना के बाद से हेयर ट्रांसप्लांट की चर्चा होने लगी है। लोग बात कर रहे हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट करवाना कितना सेफ है और यह कितनी बड़ी इंडस्ट्री है? लोग हर साल इस इंडस्ट्री में कितना पैसा खर्च कर रहे हैं। आइए जानते हैं हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री के बारे में...
हेयर ट्रांसप्लांट क्या है?
हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जरी होती है, जिसमें बालों को सिर के गंजे या झड़ते हिस्सों में ट्रांसफर किया जाता है। इसे हेयर रेस्टोरेशन या हेयर रिप्लेसमेंट भी कहा जाता है। आमतौर पर यह प्रोसेस उन लोगों के लिए होता है जिन्होंने पहले बाल झड़ने के इलाज के अन्य तरीके आजमाए होते हैं।
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हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री एक तेजी से बढ़ता हुआ उद्योग है क्योंकि जैसे-जैसे लोगों में बालों का झड़ना बढ़ रहा है वैसे ही यह इंडस्ट्री भी ग्रो कर रही है। हेयर ट्रांसप्लांट का प्रॉसेस बालों के रोम को सिर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में प्रत्यारोपित करने का काम करती है, जिससे बाल वापस आ जाते हैं। यह इंडस्ट्री कई तकनीकों, जैसे FUT (फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन) और FUE (फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन) और डायरेक्ट हेयर इंम्प्लाटेशन का इस्तेमाल करता है।
हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री का वैश्विक बाजार
वैश्विक हेयर ट्रांसप्लांट बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें 2024 में 11.55 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2033 तक 44.79 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। यूरोप में हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री का आकार 2024 में 2.59 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। हेयर ट्रांसप्लांट का बाजार लगातर बढ़ रहा है।
भारत में हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री
भारत में भी हेयर ट्रांसप्लांट की सुविधा लगभग हर बड़े शहर में मौजूद है। लोग सिर से उड़ चुके बालों को वापस पाने के लिए बाल लगवाते हैं। भारत में लोग इसके लिए शहरों में लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं। वहीं, भारत में हेयर ट्रांसप्लांट की लागत कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है। जैसे कि जरूरी कितने बाल लगवाने हैं, बाल लगवाने की प्रक्रिया किया है और मार्कट में क्लिनिक की प्रतिष्ठा कैसी है। आमतौर पर भारत में हेयर ट्रांसप्लांट की लागत 55,000 रुपये से लेकर 400,000 रुपये तक हो सकती है।
हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री में तकनीकी विकास
इस उद्योग में लगातार नई तकनीकें और प्रक्रियाएं विकसित हो रही हैं, जिसकी वजह से हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता दर में सुधार हो रहा है। मगर, हेयर ट्रांसप्लांट केवल वही डॉक्टर कर सकते हैं जिन्हें इस प्रोसीजर की उचित ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन मिला हो। जो टेक्निशियन हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, उनके हाथ पूरी तरह से सेनीटाइज होने चाहिए। संक्रमित हाथ से ऑपरेशन करना जानलेवा हो साबित सकता है।
सही डॉक्टर चुनना सबसे जरूरी
अगर हेयर ट्रांसप्लांट किसी प्रोफेशनल डॉक्टर और ट्रेंड टीम द्वारा किया जाए, तो यह पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन गलत हाथों में जाने से यह जानलेवा बन सकता है। कानपुर केस में कई मानकों की डॉक्टर की तरफ से अनदेखी की गई, जिसके नतीजे बेहद दुखद रहे।
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