बॉलीवुड सुपरस्टार अपनी अपकमिंग फिल्म 'सिकंदर' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। यह फिल्म 30 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म में सलमान धुआंधार एक्शन सीन करते हुए नजर आ रहे हैं। भाईजान अपनी फिटनेस के लिए जाने जाते हैं। क्या आप जानते हैं सलमान ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नाम की बीमारी से पीड़ित रह चुके हैं। इस बीमारी को सुसाइड डिजीज भी कहा जाता है। साल 2011 में सलमान ने इस बीमारी का इलाज करवाया था। साल 2017 में सलमान ने फिल्म 'ट्यूबलाइट' के एक गाने के प्रमोशन के दौरान इस बीमारी के बारे में खुलकर बात की थी। आइए जानते हैं क्या है ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया बीमारी। ये बीमारी किन लोगों को होती हैं और इससे कैसे बचाव कर सकते हैं।
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया एक एसी स्थिति है जिसमें ट्राइजेमिनल नस में दर्द होता है। ये नस कान से शुरू होते हुए आंख, गाल और जबड़े की तरफ तीन भांगों में बंट जाता है। हमारे चेहरे के दोनों हिस्सों में एक-एक ट्राइजेमिनल नस होती है लेकिन दर्द किसी एक हिस्से में होता है।
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ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया में कैसा होता दर्द
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया का दर्द चेहरे के अन्य दर्द से अलग होता है। इस बीमारी में चेहरे के किसी खास हिस्से में चाकू मारने या बिजली का करंट लगने जैसा दर्द महसूस होता है। यह वही नस है जिसकी वजह चेहरे, आंख, मुंह में होने वाले किसी भी तरह के सेंसेशन को ब्रेन तक पहुंचाया जाता है।
कितने तरह का होता है ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया दो तरह का होता है। पहला टाइप 1 या T1 और टाइप 2 या T2 होता है। टी1 में थोड़ी-थोड़ी देर में अचानक तेज दर्द और जलन महसूस होती है जबकि टी2 में लगातार दर्द, जलन और चुभन का एहसास होता है।
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किन लोगों को होता है ज्यादा खतरा
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है लेकिन यह बीमारी आमतौर पर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को होता है। ये बीमारी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा होती हैं।
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया के लक्षण
गाल या जबड़े में तेज दर्द या जबड़े में बिजली के झटके जैसा दर्द महसूस होता है। चेहरे पर मेकअप लगाते समय, छूने से, शेविंग करने से तेज दर्द होता है। कई बार तो ब्रश करने से दर्द होता है। दर्द इतना भंयकर बोता है आप ना तो खा पी पाते हैं और ना ही कुछ बोल पाते हैं। स्ट्रेस और एंग्जाइटी की वजह से भी दर्द होता है। इस बीमारी का कोई मुख्य कारण नहीं है। ट्राइजेमिनल नर्व पर अत्यधिक दबाव पड़ने से ऐसा होता है। कुछ लोगों में अत्यधिक मानसिक तनाव और मल्टिपल स्कलेरोसिस बीमारी की वजह से भी ऐसा हो सकता है। उम्र की वजह से भी यह बीमारी हो सकती है।
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया का इलाज
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया बीमारी के बारे में शुरुआत में पता ही नहीं चलता है क्योंकि ये दर्द आपके चेहरे के एक हिस्से में कुछ सेकंड और मिनटों के लिए होता है। इस दर्द को पहचान के लिए कोई एक टेस्ट नहीं है। डॉक्टर आपको CAT स्कैन और ट्राइजेमिनल नर्व के आसपास के एरिया में हाई रेजोल्यूशन एमआरआई किया जाता है ताकि पता लगाया जाए कि कहीं नस पर कोई प्रेशर या दबाव तो नहीं है।
Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।