पूर्व भारतीय ऑलराउंडर संजय बांगड़ के बेटे आर्यन अब अनाया बांगर बन चुके हैं। उन्होंने 11 महीने पहले हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी कराई थी। 23 साल के अनाया ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर जेंडर चेंज (हार्मोनल ट्रांसफॉर्मेशन) का अनुभव शेयर किया। इस पोस्ट के जरिए अनाया ने दुनिया के सामने क्रिकेट के साथ अपने वर्षों के मुश्किल सफर भी साझा किया। जन्म से आर्यन के नाम से मिली पहचान अब एक ट्रांसजेंडर महिला बन गई हैं।
काउंटी क्लब के लिए खेलती हैं क्रिकेट
बता दें कि अनाया क्रिकेट क्लब इस्लाम जिमखाना के लिए खेलती थीं, जिसके बाद उन्होंने लीसेस्टरशायर में हिंकले क्रिकेट क्लब का प्रतिनिधित्व किया। अब, वह इंग्लैंड के मैनचेस्टर में रहती है जिसकी वजह से वह एक काउंटी क्लब के लिए भी क्रिकेट खेलती हैं। हाल ही में, अनाया ने खेल के साथ अपने सफर के बारे में इंस्टाग्राम पर एक रील शेयर किया। इस रील में उन्होंने विराट कोहली और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ियों से मुलाकात की तस्वीरें शेयर की। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही अनाया ने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया।
पोस्ट में क्या?
अपने पिता की तरह आर्यन भी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। सर्जरी के बाद, आर्यन अब अनाया के रूप में पहचाने जाते हैं। इंस्टाग्राम पर अनाया ने खुलासा किया कि एक पेशेवर क्रिकेटर बनने की यात्रा चुनौतियों से भरी हुई है, लेकिन 'खुद को अपनाने' की उनकी ऑफ-फील्ड यात्रा भी अलग नहीं थी, उन्हें इस राह पर चलने पर गर्व है। वह इसे अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी जीत मानती है।
ऐसे खत्म हुआ करियर
इंग्लिश एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने 20 अक्टूबर को ट्रांसजेंडर वूमेंस को महिलाओं के क्रिकेट से बैन कर दिया था। इसके कारण आर्यन अब वूमेंस क्रिकेट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उन्होंने अपने एक अन्य पोस्ट में लिखा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे उस खेल को छोड़ना होगा जो मेरे लिए जुनून और प्यार से भरा हुआ है। हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी के बाद मैं एक ट्रांस महिला बन गई हूं। मेरे शरीर में बहुत ज्यादा बदलान आया है। मैं अपनी मांसपेशियों और एथलेटिक क्षमताओं को खो रही हूं। जिस खेल से मुझे लंबे समय तक प्यार था, वह मुझसे दूर होता जा रहा है।'
क्या है हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी?
महिला या पुरुष के हार्मोंस में बदलाव कर उनका जेंडर चेंज किया जाता है। इसमें प्लास्टिक सर्जरी होती है। ऐसी सर्जरी को भारत में वर्ष 2014 को मान्यता मिली थी। जेंडर चेंज सर्जरी की इस प्रक्रिया में केवल डॉक्टर नहीं बल्कि मनोरोग विशेषज्ञ, सर्जन गाइनेकोलॉजिस्च और एक न्यूरो सर्जन रहता है। यह सर्जरी 21 साल से ज्यादा उम्र के लोगों पर ही की जाती है। सर्जरी से पहले माता-पिता की लिखित सहमति भी ली जाती है।