logo

ट्रेंडिंग:

अगले 4 दिन तक ठंडी हवा के साथ बारिश का कहर, एक साथ तीन मौसमी सिस्टम एक्टिव

देश से मानसून निकलने के बाद भी मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश समेत 15 राज्यों में अगले 3-4 दिनों तक तेज हवाओं और बारिश की संभावना बनी हुई है।

Cyclone Montha

तूफान मोंथा, File Photo- ANI

देश से 15 अक्टूबर को मानसून ने अलविदा कह दिया। मानसून का दौर खत्म होने के बाद भी देश के कई इलाकों में बादल छाए रहे और तेज बारिश भी हुई। मध्य प्रदेश, गुजरात और दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश का ज्यादा असर देखने को मिला। देश में फिलहाल तीन मौसमी सिस्टम एक साथ एक्टिव हो रहे हैं। इनका असर मध्य प्रदेश समेत 15 राज्यों में अगले तीन से चार दिन दिखेगा। इन इलाकों में ठंडी तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश होने की संभावना है

 

वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से देश के उत्तरी इलाकों में खासकर पहाड़ों जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड में भी बारिश होगी। मौसम विभाग ने कहा है कि 6 नवंबर के बाद दूसरी सबसे अच्छी बर्फबारी होने की संभावना है। बारिश के बाद तापमान में 3 से 4°C तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसका असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान से दिल्ली तक रहेगा। इन इलाकों में बादल छाए रहेंगे। नवंबर का पहला हफ्ता बीतने के बाद ठंड बढ़ने के आसार है। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन बन गया है जो धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है। इसमें बना समुद्री तूफान 'चक्रवात मोन्था' और ज्यादा गंभीर तूफान में बदलने की संभावना है। इसका सेंटर अभी विशाखापट्टनम से 830 किमी पूर्व की दिशा में है।

 

यह भी पढ़ें- काम के ज्यादा घंटे, सीट में बदलाव; सेफ्टी को लेकर पायलट्स ने उठाए सवाल

तीन मौसमी सिस्टम

  • पहला- देश के पूर्वी तट पर तूफान मोंथा 28 अक्टूबर की रात पहुंचने वाला है। यह तूफान आंध्र प्रदेश के मछली पट्टनम और कलिंगापत्तनम के बीच काकीनाडा के आसपास तट से टकराएगा।
  • दूसरा- पूर्व मध्य अरब सागर में 26 अक्टूबर को डीप डिप्रेशन में बदल चुका है। अब गुजरात की ओर बढ़ने की बजाय अब मुड़कर तटों से दूर जा रहा है। इससे गुजरात के कुछ जिलों के लिए अगले 24 घंटे के दौरान रेड अलर्ट कर दिया गया है।
  • तीसरा- वेस्टर्न डिस्टरबेंस आने वाले दिनों में उत्तरी हिमालय के पहाड़ी राज्यों में दस्तक देने वाला है। इससे पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ ही नवंबर के पहले हफ्ते में 3 से 4 डिग्री तापमान गिर सकता है।

चक्रवात मोंथा- कितना प्रभावी

दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है। आने वाले दिनों में यह और गंभीर समुद्री तूफान में बदलने की संभावना है। इसका केंद्र विशाखापट्टनम से अभी काफी किमी दूर है।

 

यह भी पढ़ें- डीयू की स्टूडेंट पर एसिड अटैक, अस्पताल में भर्ती, तीनों आरोपी फरार

 

ऐसा अनुमान है कि तूफान के जमीन से टकराते समय हवा की गति 100 से 110 किमी प्रति घंटा होगी। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु में रेड अलर्ट जारी किया गया है। कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल में 3-4 दिन तेज बारिश की संभावना जताई गई है।

ओडिशा पर सबसे ज्यादा असर

ओडिशा के 15 जिलों पर तूफान का असर पड़ सकता है। इनमें से 8 जिलों में सबसे ज्यादा बारिश और तेज हवा चलने की संभावना है। कुछ इलाके जैसे मलकानगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, रायगड़ा, गजपति, गंजाम, कंधमाल और कालाहांडी के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

 

ओडिशा सरकार ने 24 ODRAF, 5 NDRF और 99 फायर सर्विस टीमों के 5 हजार कर्मचारी तैनात किए हैं। मछुआरों को समुद्र से दूर रहने का कहा गया है। प्रभावित जिले के आंगनवाड़ी केंद्र और स्कूल 30 अक्टूबर तक बंद रहेंगे।

Related Topic:#Weather Today

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap